न्यायमूर्ति खन्ना ने ली सीजेआई की शपथ
नई दिल्ली, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने भारत के 51वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में कार्यभार संभालने के बाद पहले दिन ही 45 मुकदमों की सुनवाई की। उन्होंने शुभकामना देने के लिए वकीलों और बार पदाधिकारियों का धन्यवाद किया।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शपथ दिलाये जाने के बाद सीजेआई खन्ना दोपहर के समय उच्चतम न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश के अदालत कक्ष में दाखिल हुए। पूर्व अटॉर्नी जनरल और वरिष् अधिवक्ता मुकुल रोहतगी सहित बार के वरिष् अधिवक्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। वरिष् अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने दिन की कार्यवाही शुरू होने पर कहा, मैं प्रधान न्यायाधीश के रूप में आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूँ। रोहतगी ने शुक्रवार को कहा था कि एक दशक से अधिक समय और सीजेआई वाई के सभरवाल (दिवंगत) के बाद शीर्ष अदालत को दिल्ली उच्च न्यायालय से एक और प्रधान न्यायाधीश मिलेगा।
अदालत कक्ष में उपस्थित अन्य वकीलों ने भी प्रधान न्यायाधीश को शुभकामनाएँ दीं। दोपहर बाद न्यायमूर्ति संजय कुमार के साथ अदालत कक्ष संख्या एक में एकत्रित हुए वकीलों से प्रधान न्यायाधीश ने कहा, धन्यवाद। जब एक बार सदस्य ने सुनवाई के लिए एक दिन में सूचीबद्ध मामलों के अनुक्रम से संबंधित मुद्दा उाया, तो प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि यह उनके ध्यान में है और वह इस पर विचार करेंगे।प्रधान न्यायाधीश अपराह्न 2.30 बजे तक अदालत कक्ष में रहे और 45 सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई की, जिनमें अधिकतर वाणिज्यिक वाद थे। मध्यस्थता निर्णय के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दायर एक याचिका पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा, नागरिकों को गुमराह नहीं किया जा सकता।
प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पी ने मध्यस्थता निर्णय के खिलाफ राज्य सरकार की अपील पर सुनवाई से इनकार कर दिया। इसमें राज्य सरकार को मॉरीशस स्थित एक कंपनी को वादा किए गए कर प्रोत्साहन के तहत भुगतान करने को कहा गया था।(भाषा)