झाँसे की राजनीति नहीं कर पाएगी कांग्रेस, गुजरात का गुलाम कहे जाने पर भड़के किशन रेड्डी
हैदराबाद, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा गुजरात का गुलाम कहे जाने को लेकर भड़के केंद्रीय कोयला, खान मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा, हाँ मैं गुजरात का गुलाम हूँ, स्वतंत्रता आंदोलन में अहिंसा मार्ग का अनुसरण कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म जहाँ हुआ, उस गुजरात का गुलाम हूँ। निजाम के निरंकुश शासन से मेरे तेलंगाना को मुक्ति दिलाने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म जिस भूमि पर हुआ, उस गुजरात का गुलाम हूँ। भारत की 25 करोड़ गरीब जनता को गरीबी रेखा से बाहर निकालने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस गुजरात की भूमि पर पैदा हुए, उस धरती का गुलाम हूँ। तुम्हारी तरह नकली गांधी परिवार का गुलाम तो हरगिज नहीं हूँ। उन्होंने आगे कहा कि वे (किशन रेड्डी) किसी के गुलाम नहीं हैं। केवल भारतवासियों और भाजपा के गुलाम हैं।
कांग्रेस सरकार की विफलताओं व जनता से किए गए वादे तथा 6 गारंटियों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से नगर के सीमांत क्षेत्र बोंगुलूरू में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि बीआरएस और कांग्रेस सरकार में कोई अंतर नहीं है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सरकार भी पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव सरकार की राह पर ही चल रही है। उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों को तिलांजलि देकर व्यक्तिगत आरोपबाजी करके कीचड़ उछालकर राजनीति को प्रदूषित कर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीआरएस दोनों ने जनसमस्याओं को किनारे रख दिया। व्यक्ति आधारित गिरी हुई राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विफलताओं, भू धंधों व भ्रष्टाचार पर पूछे गए प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाने की सूरत में व्यक्तिगत आरोप लगाकर कीचड़ उछाला जा रहा है। उन्होंने सलाह देते हुए कि देश में निर्माणात्मक मूल्य आधारित राजनीति करने की जिम्मेदारी सभी पर है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि तेलंगाना की जनता काफी जागरूक है। कांग्रेस झांसा देकर ज्यादा दिनों तक राजनीति नहीं कर पाएगी।
भारास कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री के. तारक रामाराव पर पलटवार करते हुए किशन रेड्डी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस को एक बताने वालों को शर्म आनी चाहिए, जबकि पिछला इतिहास है कि बीआरएस और कांग्रेस दोनों ने मिलकर चुनाव लड़े हैं और सरकारें भी साझा की हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से प्रश्न किया कि तेलंगाना में जनता को दी गई 6 गारंटियों व चार सौ से अधिक वादे निभाने में विफल होने के बाद किस मुँह से महाराष्ट्र में प्रचार कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा ही तेलंगाना में ताकतवर विकल्प के तौर पर उभरेगी। उन्होंने कहा कि रेवंत सरकार ने तेलंगाना को कर्जदार व मद्यपान वाला राज्य बनाकर रख दिया है। उन्होंने कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी व पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर का नाम लेते हुए कहा कि सोनिया परिवार व केसीआर परिवार ने तेलंगाना को एटीएम बनाकर रख दिया है।
कानून व्यवस्था को लेकर जताई चिंता
केंद्रीय मंत्री ने अलग से एक बयान में चिंता जताते हुए कहा कि तेलंगाना में प्रशासन पटरी से उतर चुका है। कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है। मियांपुर में अंजय्यानगर कॉलोनी से संबंधित बालिका गत 10 नवंबर को गायब हुई और आज उसका शव बरामद हुआ। अभिभावकों द्वारा सप्ताहभर पहले लापता होने की शिकायत दर्ज करायी गयी, लेकिन पुलिस लापरवाह बनी रही। उन्होंने कहा कि निर्ममता की हद है कि बलात्कार करके प्लास्टिक कंपनी में बालिका को फेंककर चले गए। अब बालिका के अभिभावक पुलिस की विफलता के कारण बेटी की बलि चढ़ने का आरोप लगाकर आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतनी भारी पुलिस, सीसी टीवी कैमरे व कमांड कंट्रोल रूम होने के बालजूद बालिका को नहीं बचाया जा सका, जो शोचनीय है। उन्होंने कहा कि यह सब राज्य में गृह मंत्री नहीं होने के कारण हो रहा है। इतना सब घटने पर गृह मंत्री कहाँ हैं? उन्होंने कहा कि संगारेड्डी जिले में खुलेआम सड़क पर अभिभावकों को काट डाला गया, वहीं हैदराबाद में भी हत्याएं आम बात हो चुकी हैं। यह सब कांग्रेस सरकार की असमर्थता व कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रति लापरवाही ही है।