केटीआर ने मूसी को लेकर फिर बोला हमला
हैदराबाद, भारत राष्ट्र समिति (भारास) कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री कल्वाकुंट्ला तारकरामाराव ने मूसी सौंदर्यीकरण के अंतर्गत हैदराबाद डिसास्टर रेस्पांस एंड एसेट्स प्रोटेक्शन एजेंसी (हैद्रा) के नाम पर अवैध निर्माणों को सरकार द्वारा ढहाए जाने को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को सही ठहराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार जिस प्रकार विभिन्न कारण गिनाते थे, अब मूसी ब्यूटिफिकेशन व हैद्रा को सही ठहराने के लिए मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी भी उसी प्रकार कई प्रकार के कारण गिना रहे हैं।
भारास मुख्यालय तेलंगाना भवन में भारास के विधायकों व विधानपरिषद सदस्यों के साथ केटीआर ने आज सरकार की मूसी सौंदर्यीकरण योजना व हैद्रा के चलते अवैध निर्माणों को ढहाए जाने की कार्रवाइयों पर बंद कमरे में चर्चा की। बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार हैद्रा के नाम पर बडे- बडे बिल्डरों को धमका रही है और मूसी ब्यूटिफिकेशन व हैद्रा की आड़ में भयानक वातावरण बनाया जा रहा है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव सरकार का उल्लेख किया और कहा कि उस समय मूसी ब्यूटिफिकेशन करने के लिए मूसी रीवर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन का गठन किया गया था तथा विधायक डी. सुधीर रेड्डी को चेयरमैन बनाकर प्रॉजेक्ट को अमल किया जाना था लेकिन केसीआर ने मानवीयता दिखाते हुए साफ कर दिया था कि यदि परियोजना से गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है तो ऐसे प्रॉजेक्ट की कोई जरूरत नहीं है और प्रॉजेक्ट को रोक दिया गया था। उन्होंने कहा कि यदि मानवतावादी मुख्यमंत्री पद पर हो तो ऐसे निर्णय किये जाते हैं लेकिन मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी में जरा सी भी मानवता नहीं है। पिछले 5 दशक पहले कांग्रेस के शासन में ही जिनको भूमि के पट्टे दिए गए, हैद्रा के नाम पर उन्हीं निर्माणों को ढहाया जा रहा है। यह बीआरएस को हरगिज मंजूर नहीं है।
उन्होंने प्रश्न किया कि सरकार ने ही खुद निर्माण के लिए अनुमति दी, अब उसे कैसे ढहा सकती है। हैदराबाद के गरीबों के लिए बीआरएस रक्षा कवच बनकर खड़ी रहेगी। रेवंत सरकार के भेजे बुल्डोजरों के आगे बीआरएस कार्यकर्ता सीना तानकर खड़े रहेंगे। हैद्रा के नाम पर जिन क्षेत्रों में डराया जा रहा है उन क्षेत्रों में जाकर जनता को भरोसा दिलायेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व बीआरएस शासन में मूसी सौंदर्यीकरण किया गया था लेकिन किसी गरीब के पेट पर नहीं मारा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के बिना सोचे-समझे लिए गए निर्णयों के कारण हैदराबाद में रियल एस्टेट पूरा गिर चुका है।
उन्होंने हैद्रा पीड़ितों को तेलंगाना भवन आने का आह्वान किया और कहा कि बीआरएस लीगल सेल हर प्रकार की मदद करेगी। उन्होंने कहा कि कानून का यदि सरकार सम्मान नहीं करेगी तो न्यायालय की भी शरण ली जाएगी। लीगल सेल काफी बेहतर काम कर रही है इसके लिए उनका धन्यवाद है। उन्होंने कहा कि लीगल सेल को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने सीना ठोककर कहा कि मूसी का शुद्धिकरण पूर्व बीआरएस सरकार ने कर दिया है। नलगोंडा को शुद्ध किया गया पानी ही दिया जा रहा है। अब इस पर नया कुछ खर्च करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोंडापोचम्मा सागर से गंडीपेट तक पानी लाने के लिए 1100 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय पूर्व बीआरएस सरकार ने लिया था। ऐसे में मूसी पर डेढ़ लाख करोड़ रुपये खर्च करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व केसीआर सरकार ने मूसी शुद्धीकरण के लिए 4 हजार करोड़ रुपये खर्च करके सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए और स्थापित किए गए उन एसटीपी का बीआरएस के जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर दौरा करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि उनके (केटीआर के) फार्महाउस यदि कानून के विरुद्ध हों तो नष्ट कर दें। इससे यदि राक्षस आनंद प्राप्त होता है तो अवश्य ढहा दें लेकिन गरीबों को बख्श दें।
विकाराबाद जिला पुडूरू मंडल के धामागुंडम वन क्षेत्र में इंडियन नेवी वीएलएफ (वेरी लो फ्रिक्वेंसी) रडार स्टेशन प्रॉजेक्ट की स्थापना का जिक्र करते हुए केटीआर ने कहा कि देश की रक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं से तो अधिक रेवंत रेड्डी ही बातें कर रहे हैं। उनकी बातें सुनकर आश्चर्य होने लगा है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए बीआरएस कटिबद्ध है इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने माना कि वर्ष 2017 में रडार स्टेशन को अनुमति देते हुए पूर्व केसीआर शासन में सरकारी आदेश (जीओ) जारी किया गया था, लेकिन पर्यावरण को नुकसान होगा यह पता चलने पर उस जीओ को दबा दिया था। ऐसा पर्यावरण के संरक्षण के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व बीआरएस सरकार ने नगर में केबीआर पार्क के पास फ्लाईओवर निर्माण की योजना बनायी थी, लेकिन पर्यावरण को नुकसान होगा इसलिए प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया।