बाढ़ के पानी का करें सदुपयोग : रेवंत
हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी व अधिकारियों को भारी वर्षा से आये बाढ़ जल को संरक्षित कर भविष्य की जरूरतों के लिए उपयोग करने का आदेश दिया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में स्थित सिंचाई परियोजनाओं के जलाशयों, तालाबों आदि सभी में बाढ़ जल का भंडारण करने का निर्देश दिया। सीएम ने बताया कि ऊपरी क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा के चलते कडेम परियोजना से आ रहे बाढ़ जल से पेद्दापल्ली जिले में श्रीपाद एल्लमपल्ली परियोजना पूर्ण रूप से भर गयी है।
अधिकारियों ने बताया कि एल्लमपल्ली परियोजना से बाढ़ जल नीचे छोड़ने के लिए गेट खोल दिये गये है। सीएम ने एल्लमपल्ली में आये बाढ़ जल से प्रतिदिन कम से कम एक टीएमसी पानी लिफ्ट करने को कहा। उन्होंने नंदी व गायत्री पंप हाउसों द्वारा भी बाढ़ जल लिफ्ट कर जलाशयों को भरने का निर्देश दिया। साथ ही मिड मानेरू, लोयर मानेरू से लेकर रंगनायक सागर व मल्लन्ना सागर तक लगातार पानी को लिफ्ट करने का आदेश दिया। अधिकारियों ने बताया कि एल्लमपल्ली परियोजना की पूर्ण क्षमता 20 टीएमसी है और फिलहाल परियोजना में 18.45 टीएमसी का पानी जमा हो गया है।
इसी प्रकार मिड मानेरू परियोजना की पूर्ण क्षमता 27 टीएमसी है, जबकि इस समय परियोजना में 15 टीएमसी का पानी उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने रंगनायक सागर से मल्लन्ना सागर व कोंडपोचम्मा सागर में पानी लिफ्ट करने तथा वहां से सिंगूर व निजाम सागर तक पानी भेजने का आदेश दिया। अधिकारियों ने बताया कि मल्लन्ना सागर की पूर्ण क्षमता 50 टीएमसी, फिलहाल इस जलाशय में 11.43 टीएमसी का जल है। उन्होंने अधिकारियों को इन जलाशयों को भरने के दौरान केंद्रीय जल आयोग के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा।