अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनेगा मामुनूर हवाईअड्डा : कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी

हैदराबाद, सड़क व भवन मंत्री कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने कहा कि वरंगल जिलावासियों के लंबित सपने मामुनूर हवाईअड्डा का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया जाएगा। मंत्री ने आज सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि अगले 8 महीनों में हवाईअड्डे का उद्घाटन करने के लिए तेजी से कदम उठा रहे हैं। पहले चरण में मामुनूर हवाईअड्डे का संचालन छोटे विमानों के साथ किया जाएगा। दूसरे चरण में अंतरराष्ट्रीय और कार्गो उड़ानों के संचालन के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से आवश्यक आदेश मिल चुके हैं। उन्होंने आगे बताया कि हवाईअड्डे के लिए आवश्यक 253 एकड़ भूमि की अधिग्रहण प्रक्रिया हेतु 205 करोड़ रुपये की राशि जारी की गयी है। भद्राद्रि कोत्तागुडेम और रामागुंडम ग्रीन फील्ड हवाईअड्डों के निर्माण के लिए शीघ्र अनुमति प्राप्त कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायुडू से इसके बारे में उन्होंने चर्चा की और केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी।

इसके अलावा हैदराबाद-विजयवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-65) चौड़ीकरण कार्यों का जिक्र करते हुए मंत्री ने बताया कि डीपीआर शीघ्र ही तैयार होगी और जनवरी व फरवरी में निविदाएं बुलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इससे हैदराबाद और विजयवाड़ा के बीच यात्रा में सुधार होगा। यात्रा का समय कम हो जाएगा जिससे हवाई यात्रा करने वाले यात्री भी सड़क मार्ग से ही यात्रा करने को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने हैदराबाद-भूपालपट्टनम एनएच-163 के भीतर निर्माणाधीन उप्पल एलिवेटेड कॉरिडोर कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आने के बाद इन कार्यों में तेजी लायी गयी और अब तक 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

राज्य सरकार करेगी आरआरआर के दक्षिणी भाग का निर्माण कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने कहा कि पिछली सरकार ने क्षेत्रीय रिंग रोड (आरआरआर) कार्यों को 2017-18 में शुरू किया था, लेकिन अब तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा। उन्होंने कहा कि पहले कहा गया था कि आरआरआर रोड का निर्माण केंद्र सरकार द्वारा कराया जायेगा, लेकिन अभी तक केंद्र की ओर से कोई स्पष्टता नहीं मिली है। इसके चलते राज्य सरकार आरआरआर के दक्षिणी हिस्से का निर्माण खुद करने का विचार कर रही है। आरआरआर के निर्माण के लिए 6/8 लेन एक्सप्रेस हाईवे के रूप में योजनाएं बनायी गयी हैं। आरआरआर का दक्षिणी भाग राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी चौथे शहर को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इन क्षेत्रों में सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, लॉजिस्टिक, निर्माण उद्योग और रियल एस्टेट क्षेत्र विकसित होंगे।

मंत्री ने आगे कहा कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार होगा तो अगले महीने में टेंडर बुलाये जाएंगे। उन्होंने बताया कि आर एंड बी विशेष सचिव हरिचंदना को क्षेत्रीय रिंग रोड परियोजना कार्यान्वयन इकाई के लिए परियोजना निदेशक पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने आरआरआर के उत्तरी भाग का उल्लेख करते कहा कि इसमें 94 प्रतिशत भू-अधिग्रहण पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि 80 प्रतिशत भू-अधिग्रहण पूरा हो जाता है, तो निविदाएं बुलाई जा सकती हैं, लेकिन एनएचएआई ने अब तक निविदाएं नहीं बुलाई हैं। अवसर पर मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार तेलंगाना के विकास के लिए योजनाएं बनाते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है, लेकिन विपक्ष राज्य के विकास में बाधा डालने के लिए हर मामले का राजनीतिकरण कर रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने वरंगल जिले के अपने दौरे के दौरान कहा कि 4,170 हजार करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखने जा रहे हैं। इनमें वरंगल शहर के लिए भूमिगत जल निकासी योजना शामिल है।

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