भारत के आर्थिक सुधारों में मनमोहन ने छोड़ी है अमिट छाप : मल्होत्रा

नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत के आर्थिक सुधारों के जनक के रूप में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है।पूर्व प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री सिंह 1982 से 1985 के बीच आरबीआई के गवर्नर भी रहे। मल्होत्रा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, मैं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से बेहद दुखी हूँ। वह एक दूरदर्शी अर्थशास्त्रा और आरबीआई के पूर्व गवर्नर थे। भारत के आर्थिक सुधारों के जनक के रूप में उनके योगदानों ने अमिट छाप छोड़ी है। आरबीआई इस शोकाकुल घड़ी में देश के साथ है।

आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया और उन्हें एक प्रतिभाशाली अर्थशास्त्रा करार दिया, जिनके पास भारत की संभावनाओं के बारे में दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ-साथ राजनीतिक व्यवहार्यता की अच्छी समझ भी थी। राजन ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा, वे एक बेहतरीन अर्थशास्त्रा थे, जिनके पास भारत के भविष्य के बारे में एक शानदार दृष्टिकोण था। साथ ही उन्हें इस बात की भी अच्छी समझ थी कि राजनीतिक रूप से क्या संभव है। प्रधानमंत्री नरसिंह राव के सहयोग से उन्होंने जो उदारीकरण और सुधार किए उससे उन्होंने आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव रखी। भारत के आर्थिक सुधारों के जनक माने जाने वाले मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार देर रात 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया।(भाषा)

Exit mobile version