मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की सावन की सैर संपन्न
हैदराबाद,मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज, हैदराबाद-सिकन्दराबाद की सावन की सैर का आयोजन मुचिंतल ग्राम (शमशाबाद) स्थित के.के. फार्म्स में किया गया।
संस्था के प्रचार मंत्री चन्द्रशेखर रोड़ा व सह-मंत्री विष्णु मायछ द्वारा संयुक्त रूप से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कार्यक्रम में सम्माननीय अतिथि के रूप में श्यामसुंदर परवाल, ताराचन्द कड़ेल, सुरेशकुमार मायछ, शंकरलाल जवड़ा, नित्तम कुमार सुगंध व कंचन गिरधारीलाल मोसूण ने भाग लिया। समाज के कार्यकारी अध्यक्ष पवन कुमार मायछ की अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यक्रम का संचालन महामंत्री द्वारकाप्रसाद मायछ व कोषाध्यक्ष युगलकिशोर कड़ेल ने किया। अतिथियों का स्वागत समाज के कार्यकारिणी सदस्यों व गणमान्य व्यक्तियों द्वारा राजस्थानी पगड़ी, शॉल, मोतियों की माला द्वारा किया गया।
अवसर पर अतिथियों ने समाज के भामाशाहों से शिक्षा सहायता में दिल खोलकर आगे आने तथा पूर्ण सहयोग देने की अपील की। समाज बन्धुओं के लिए आयोजित सैर के लिए शहर के विभिन्न स्थानों से बसों की व्यवस्था की गई। समाज बन्धुओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मुख्य संयोजिका मंजू परवाल व संयोजिका नन्दा सुनालिया, कंचन मौसूण, सीमा माण्डन, अर्चना मायछ व मनीषा मायछ की टीम के नेतृत्व में किया गया। तम्बोला का आयोजन पूर्व महामंत्री हरिकिशन मायछ द्वारा मनीष किंकान व पंकज किंकान के सहयोग से किया गया। इस दौरान समाज बन्धुओं ने झूलों के अलावा बॉक्स क्रिकेट व तैराकी का लुफ्त उठाया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी टीपू किंकान, मार्गदर्शक मंडल के नारायण लाल कड़ेल, श्रवणकुमार आसट, जुगलबिहारी आसट, सरोज देवी सुगंध, नथमल रोड़ा, पुरुषोत्तम मायछ, भंवरलाल सहदेव, सुरेश कुमार धुप्पड़, अशोक कुमार कड़ेल, बंसीलाल धुप्पड़, हीरालाल मायछ, दिलीपकुमार सुनालिया, पंकज वर्मा, किशोर कुमार धुप्पड़, किशोर कुमार अग्रोया, कैलाश डांवर, राजेश खिप्पल, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष नथमल मायछ, पूर्व महामंत्री हरिकिशन मायछ, आयोजन समिति के अशोक कुमार मोसूण, कन्हैयालाल कड़ेल, दामोदर कड़ेल, दामोदर ढल्ला, ओमप्रकाश परवाल, भींवराज मायछ, दिनेश मोसूण, डॉ. जुगलकिशोर कड़ेल, महावीरप्रसाद कड़ेल, प्रदीप कुमार माण्डन, गोविन्द बामलवा, घनश्याम मायछ, विशाल माहोर, सागर माहोर, मनोज देवाल, विनीत मायछ, रवि रोड़ा, मुकेश डांवर, मांगीलाल परवाल, दीपक कुमार रोड़ा, शिवकुमार मायछ, जुगलकिशोर सहदेव, आशीष मायछ, पुनीत ठाकराण, लक्ष्मी सहदेव, हनुमान सहदेव, नन्दू देवाल, राजेश ढल्ला, पांत बबेलिया, आनन्द कड़ेल, शिवरतन कड़ेल, ओमप्रकाश कड़ेल, उमेश कड़ेल, राकेश कड़ेल, गोवर्धन परवाल, मनोज कुमार सुरंडिया, मनोज कुमार खजवाणियां, गिरीष किंकान , पूनमचंद मायछ, देवकरण मायछ, श्यामसुंदर कड़ेल, ईन्दरचन्द अग्रोया का योगदान रहा।