उद्योग विकास के लिए मेगा मास्टर प्लान : भट्टी विक्रमार्का
हैदराबाद, वित्त मंत्री भट्टी विक्रमार्का द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत बजट में उद्योग, आईटी एवं हैंडलूम सहित उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इन तीन क्षेत्रों में कुल मिलाकर चार हज़ार करोड़ से अधिक बजट आवंटित किया गया है। सरकार उद्योग विकास के लिए मेगा मास्टर प्लान बना रही है।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों को स्वीकार करते हुए तेलंगाना सरकार ने अगले पांच वर्षों में सरकार ने एमएसएमई विकास में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है, जिसमें 25,000 से अधिक नएएमएसएमई उद्योग स्थापित करने का लक्ष्य है।
इस नीति का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए सहायता प्रदान भी शामिल है। मंत्री ने कहा कि सरकार अनुसूचित जाति जनजाति की उद्योग में हिस्सेदारी को बढाने, निजी कारखाना परिसरों का समर्थन करने के लिए बिजली शुल्क रियायतें और भूमि लागत सब्सिडी की पेशकश कर रही है। साथ ही एक पूंजी निवेश सब्सिडी योजना शुरू की गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने 2050 तक तेलंगाना में व्यापक औद्योगिक विकास के लिए मेगा मास्टर प्लान पेश किया है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक विकास का विकेंद्रीकरण करते हुए यह सुनिश्चित करना कि हैदराबाद औद्योगिक प्रगति का एकमात्र केंद्र नहीं है, बल्कि राज्य के सभी क्षेत्रों में संतुलित और सतत विकास का अनुभव हो।
इस पहल के हिस्से के रूप में सरकार आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर, फूड प्रोसेसिंग, स्पोर्ट्स, ऑटोमोबाइल, गारमेंट्स, मेटलवेयर, हैंडलूम और ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग जैसे प्रमुख उद्योगों में सेक्टर विशिष्ट औद्योगिक क्लस्टर स्थापित कर रही है। ये क्लस्टर पूरे राज्य में आर्थिक विस्तार, रोजगार सृजन और बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देंगे। सरकार एनएच 163 के दोनों किनारों पर हैदराबाद-वरंगल औद्योगिक गलियारे की स्थापना कर रही है।
तेलंगाना में वैश्विक निवेश और ऊर्जा क्षेत्र में विकास
वैश्विक फार्मास्यूटिकल और लाइफ साइंसेज हब के रूप में तेलंगाना की स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार रंगारेड्डी और महबूबनगर जिलों में ग्रीनफील्ड फार्मा क्लस्टर स्थापित करने की योजना बना रही है। ये क्लस्टर विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे से लैस होंगे, जो दवा, बायोटेक और लाइफ साइंसेज कंपनियों के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे।
मंत्री ने कहा कि तेलंगाना अग्रणी वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में मजबूती से खड़ा है। जनवरी, 2025 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान सरकार ने दुनिया के 16 देशों के साथ साझेदारी से 1.78 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षत किया है। बजट में उद्योग विभाग के लिए 3,527 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव है।
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मंत्री ने कहा कि तेलंगाना में आईटी क्षेत्र ने पिछले एक साल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता को प्रोत्साहित किया जा रहा है। आईटी विभाग को 774 करोड़ रुपये के आवंटन प्रस्तावित हैं। बजट में हैंडलूम के 371 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव रखा गया है। इसी तरह राज्य में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा नीति पेश की गयी है।
2030 तक अतिरिक्त 20,000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पन्न करने और 2040 तक इसे 40,000 मेगावाट तक विस्तारित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ नवीकरणीय और पर्यावरण अनुकूल बिजली उत्पादन की ओर बदलाव को गति दी जा रही है। ऊर्जा विभाग के लिए 21,221 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव है।
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