मेट्रो ने मनायी 7वीं वर्षगांठ, 63.5 करोड़ ने की सवारी

हैदराबाद, हैदराबाद मेट्रो रेल ने आज 7वीं वर्षगांठ मनायी। शहर में अब तक 63.5 करोड से अधिक यात्रियों ने मेट्रो रेल की सवारी की है, जबकि प्रतिदिन 4.75 लाख यात्री मेट्रो से लाभान्वित हो रहे हैं।अमीरपेट रेलवे स्टेशन पर एचएमआरएल के प्रबंध निदेशक एनवीएस रेड्डी, एलएंडटी एमआरएचएल के प्रबंध निदेशक केवीबी रेड्डी सहित बड़ी संख्या में मेट्रो रेल कर्मियों ने 7वीं वर्षगांठ के जश्न में भाग लिया।

एनवीएस रेड्डी ने अवसर पर कहा कि मेट्रो रेल ने हैदराबाद की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में क्रांति लाने का काम किया है। हैदराबाद के शहरी परिदृश्य को बदलने के लिए इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बीते सात साल में इसका सफल संचालन प्रबंधन और प्रशासन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हैदराबाद मेट्रो रेल केवल परिवहन का एक साधन नहीं, यह आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए उत्प्रेरक है। इसने यातायात की भीड़ को काफी कम किया है। साथ ही वायु गुणवत्ता में सुधार और नागरिकों के लिए जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने में भूमिका निभाई है।

केवीबी रेड्डी ने परियोजना के निष्पादन के दौरान आने वाली कई चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हैदराबाद मेट्रो रेल के निर्माण की यात्रा सार्वजनिक-निजी भागीदारी की शक्ति का उत्तम उदाहरण है। एलएंडटी ने अपने कंसोर्टियम भागीदारों के साथ जटिल इंजीनियरिंग कारनामों से लेकर कड़े समय सीमा तक कई चुनौतियों को पार किया है। इस परियोजना ने न केवल इंजीनियरिंग कौशल को प्रदर्शित किया, बल्कि समुदाय को लाभ पहुँचाने वाले विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे के रूप में प्रदर्शन किया है। उन्होंने विभिन्न प्रकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कह कि मेट्रो के तीन गलियारों के सभी 57 स्टेशनों को आईजीबीसी प्लेटिनम के रूप में प्रमाणित किया गया है, जिससे हैदराबाद मेट्रो यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की एकमात्र मेट्रो बन गई है। यह प्रमाणन हरित बुनियादी ढाँचे के लिए मेट्रो की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल संचालन पर जोर देता है। लगभग 22,148 करोड़ रुपये के भारी निवेश के साथ विकसित मेट्रो रेल व्यवस्था पूरी तरह से उन्नत मेट्रो परियोजना है। मेट्रो ने लगातार बड़ी संख्या में यात्रियों को आकर्षित किया है, जिसमें दैनिक औसत सवारियाँ 4.75 लाख से अधिक हैं। 2024 में 5.63 लाख यात्रियों (7.43 लाख यात्री ट्रिप) की चरम संख्या देखी गई। स्थापना के बाद से अब तक 63.5 करोड़ से अधिक यात्रियों ने इससे लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि हर दिन 25,600 किलोमीटर की दौड़ मेट्रो करती है। अब तक मेट्रो ट्रेनों ने सामूहिक रूप से 44.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी तय कर लगभग 184 मिलियन लीटर ईंधन बचाने में योगदान दिया।

इसके परिणामस्वरूप स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा देते हुए कॉर्बन उत्सर्जन में 424 मिलियन किलोग्राम की उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि मेट्रो की बिजली आवश्यकताओं के 12 प्रतिशत को पूरा करते हुए डिपो और 32 स्टेशन छतों पर 9.35 मेगावाट सौर क्षमता स्थापित की गई। अब तक कुल 56,935 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया गया है। मेट्रो ट्रेनों में अभिनव पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम ने ऊर्जा दक्षता को बढ़ाते हुए कुल 220 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया है। डिपो और स्टेशनों पर 150 से अधिक वर्षा जल संचयन गड्ढे चालू हैं। इन प्रणालियों ने स्थायी जल प्रबंधन का समर्थन करते हुए 3,75,000 किलोलीटर वर्षा जल का सफलतापूर्वक संचयन किया। हैदराबाद मेट्रो ने ईवी चार्जिंग स्टेशनों के लिए बुनियादी ढाँचा प्रदान करते हुए पूरे नेटवर्क में 50 से अधिक चार्जिंग प्वाइंट उपलब्ध कराये हैं।

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