एमसीआर एचआरडी में मिड-कॅरियर इंटरैक्टिव प्रोग्राम
हैदराबाद, तेलंगाना सरकार के डॉ. एमसीआर एचआरडी संस्थान में आज सशस्र बलों और सिविल सेवा अधिकारियों के बीच मिड-कॅरियर इंटरैक्टिव प्रोग्राम आरंभ हुआ। 25 अक्तूबर तक चलने वाले नागरिक-केंद्रित शासन पर आधारित कार्यक्रम को भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा प्रायोजित किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एमसीआर एचआरडी संस्थान के महानिदेशक और तेलंगाना सरकार के विशेष मुख्य सचिव डॉ. शशांक गोयल ने कहा कि सशस्र बलों और सिविल सेवा अधिकारियों जैसे पेशेवर विशेषज्ञता और अनुभवों वाले अधिकारियों के बीच बातचीत, सार्वजनिक संस्थानों के कामकाज के वर्तमान परिदृश्य का विश्लेषण करने, चुनौतियों पर चर्चा करने, शासन को बेहतर बनाने और अंतत नागरिकों को लाभान्वित करने के लिए अभिनव दृष्टिकोण विकसित करने हेतु एक मंच प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों की बढ़ती अपेक्षाओं, जवाबदेही की माँग, अधिक जागरूकता और तेजी से संचार के कारण समकालीन परिदृश्य में नागरिक-केंद्रित शासन का बहुत महत्व है। आज नागरिक पहले से कहीं अधिक सजग और संलग्न हैं। इसका कारणसोशल मीडिया सहित उभरती हुई प्रौद्योगिकियों तक उनकी आसान पहुँच है। इस परिदृश्य में नागरिक-केंद्रित शासन समय की जरूरत बन गया है।
डॉ. शशांक गोयल ने कहा कि नागरिकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना और उन्हें सशक्त बनाने वाली व्यवस्था बनाने के लिए लगन से काम करना हमारा कर्तव्य है, ताकि उनकी आवाज को सुनना तथा जरूरतों को पूरा करना सुनिश्चित किया जा सके। नागरिक-केंद्रित शासन के महत्वपूर्ण स्तंभों को ध्यान में रखते हुए सरकारी संगठनों को पारदर्शी, सहभागी, समावेशी और अभिनव बनाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक पदानुक्रम के विभिन्न स्तरों पर सहानुभूति और अनुकूलनशीलता प्रदान करने के लिए हमारे संस्थानों के भीतर एक संस्वफढति परिवर्तन की आवश्यकता है।
सीएलपी और सीआईएस की पाठ्यक्रम निदेशक और केंद्र प्रमुख डॉ. माधवी रावुलपति ने कहा कि यह कार्यक्रम नागरिक-केंद्रित शासन के विभिन्न पहलुओं पर सशस्र बलों और सिविल सेवा अधिकारियों से संबंधित प्रतिभागियों के बीच परस्पर चर्चा और प्रस्तुतियों पर आधारित है। इसकी एक रिपोर्ट डीओपीटी को भेजी जाएगी।