कांग्रेस को सत्ता में लाने मेंअल्पसंख्यकों की महत्वपूर्ण भूमिका : रेवंत
हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस को सत्ता में लाने में अल्पसंख्यकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि वे मानते हैं कि हिन्दू और मुस्लिम तेलंगाना सरकार की दो आँखें हैं। अगर सभी लोग सरकार के साथ खड़े हो जाएं तो हम राज्य को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में केवल दो परिवार हैं। एक है मोदी परिवार और दूसरा गांधी परिवार। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी परिवार लोगों के बीच मतभेद भड़काने का काम कर रहा है, जबकि गांधी परिवार देश की एकता और अखंडता के लिए काम कर रहा है।
रेवंत रेड्डी ने आज रवीन्द्र भारती में देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा दिवस और अल्पसंख्यक कल्याण दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर, सरकार के सलाहकार शब्बीर अली, सांसद अनिल कुमार यादव, एमएलसी आमिर अली खान और अन्य नेता व अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने मौलाना अबुल कलाम आज़ाद पुरस्कार प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वे मुसलमानों को मतदाता के रूप में नहीं देखते हैं। उन्हें भाई और परिवार के सदस्य के रूप में मानते हैं।
विधानसभा चुनावों में एक भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार को विधायक के रूप में नहीं जिता सके, इसीलिए अल्पसंख्यकों को मंत्री पद नहीं दे पाये। इसके मद्देनजर शब्बीर अली को सरकार का सलाहकार नियुक्त किया गया। आमिर अली खान को एमएलसी बनाया गया और कुछ अन्य नेताओं को निगमों में मौका दिया गया।
रेवंत ने आगे कहा कि विगत की वाईएस राजशेखर रेड्डी सरकार के बाद अब तक सीएमओ में किसी अल्पसंख्यक अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है। अब फिर से हमनें सीएमओ में अल्पसंख्यक अधिकारी की नियुक्ति की है। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में अल्पसंख्यकों को मुख्यमंत्री और मंत्री के रूप में कई मौके दिये। उन्होंने अल्पसंख्यकों से कहा कि आपको यह तय करना चाहिए कि मोदी परिवार के साथ रहना है या गांधी परिवार के साथ। रेवंत रेड्डी ने अल्पसंख्यकों से महाराष्ट्र में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस के साथ ही देश के सभी समुदायों के साथ न्याय होगा। उन्होंने आह्वान किया कि जब तक मोदी हार न जाएं और राहुल गांधी प्रधानमंत्री न बन जाएँ…तब तक चैन से न बैठें।
इसके अलावा सीएम ने आज शाम एलबी स्टेडियम में आयोजित ईसाई समुदाय के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। रेवंत रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत धार्मिक सद्भाव का प्रतीक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में धार्मिक भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए सभी उपाय करेगी। भारतीय संस्कृति बहुत मजबूत है। यहां सभी जाति और धर्म का सम्मान किया जाता है। उन्होंने शिक्षा एवं चिकित्सा सेवाओं में ईसाई मिशनरियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जब शिक्षा एक व्यवसाय बन गई है, तब ईसाई मिशनरियां कम लागत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रही हैं। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि विगत में वाईएस राजशेखर रेड्डी ने गरीब परिवारों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने हेतु राजीव आरोग्यश्री योजना शुरू की थी।
दिल्ली दौरा आज
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी कल एक बार फिर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वे मंगलवार को दिल्ली में एआईसीसी नेताओं के साथ होने वाली बैठक शामिल होंगे। इस दौरान राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा होने की संभावना है। राज्य में जल्द ही एमएलसी चुनाव होने हैं। रेवंत का दिल्ली दौरा कांग्रेस नेताओं के बीच दिलचस्प हो गया है।
किसानों को परेशान करने वालों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को धान खरीद के मामले में किसानों को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। सीएम ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकता के अनुसार ऐसे व्यापारियों के खिलाफ एस्मा का प्रयोग किया जाए, जो किसानों को प्रताड़ित कर रहे हैं। राज्यभर में किसानों को परेशान करने वाली घटनाएं संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री ने तुरंत संबंधित अधिकारियों से बातचीत की। सीएमओ ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फसल खरीद में धोखाधड़ी, किसानों को भ्रमित करने और किसानों को परेशान करने जैसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिलाधीशों को सुझाव दिया कि राज्यभर में धान की सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाया जाए। यदि कोई समस्या है, तो तुरंत उच्च अधिकारियों से बात कर समाधान किया जाना चाहिए।