मूसी परियोजना का डिजाइन 30 दिन में : रेवंत

हैदराबाद, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि मूसी नदी के रिवरफ्रंट परियोजना का डिजाइन 30 दिन में तैयार हो जाएगा। यह बात उन्होंने इस घोषणा के बाद कही है कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) 18 महीने में तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वे जनवरी में वाडेपल्ली से हैदराबाद तक एक और पदयात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि चारमीनार में एक बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने बीआरएस विधायकों को उनके साथ बैठक में शामिल होने की चुनौती दी। शुक्रवार को नलगोंडा में संगम से धर्मारेड्डीपल्ली तक 2.5 किलोमीटर की पदयात्रा के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, मूसी नदी रिवरफ्रंट परियोजना को शुरू किया जाएगा।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि जो लोग इस परियोजना का विरोध करेंगे, उन पर बुलडोजर चलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मूसी नदी में प्रदूषण के कारण होने वाला नुकसान परमाणु बम से भी अधिक गंभीर है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 40,000 करोड़ रुपये की गंगा नदी परियोजना और साबरमती नदी परियोजना की बात करते हैं, तो उन्हें अद्भुत परियोजनाएं बताया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं यहां के नकली भाजपा नेताओं से पूछना चाहता हूं कि तेलंगाना को मूसी नदी परियोजना क्यों नहीं अपनानी चाहिए? उन्होंने यह भी कहा कि वे नलगोंडा में फ्लोराइड की समस्या का स्थायी समाधान करेंगे। रेवंत रेड्डी ने कहा कि मैं यहां पैसे लूटने नहीं आया हूं। धरणी का उपयोग करके मैं कोकापेट में 100 एकड़ जमीन इकट्ठा कर सकता हूं। इससे 10,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
इस बीच वामपंथी नेताओं को सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने का कांग्रेस का कदम उल्टा पड़ गया, क्योंकि उन्होंने राज्य में कृषक समुदाय के सामने आने वाली कठिनाइयों को उजागर किया। वामपंथी नेता एलैया ने कहा कि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की कमी के कारण संघर्ष कर रहे हैं। इसी तरह राज्य सरकार को रैतु बंधु और रैतु बीमा का विस्तार करना चाहिए और किसानों को बचाना चाहिए। जब उन्होंने यह बात कही, तब मुख्यमंत्री उनके ठीक बगल में खड़े थे।