नेहरू प्राणी उद्यान के नर जिराफ बसंत का निधन
हैदराबाद, नेहरू प्राणी उद्यान में कल रात नर जिराफ सुनामी बसंत की मृत्यु हो गई। उसकी आयु लगभग बीस वर्ष थी। आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जिराफ बसंत की मृत्यु का कारण वफद्धावस्था संबंधी जटिलताएँ थीं। बसंत गठिया से पीड़ित बसंत के पैर पिछले दो साल से खराब थे। कल रात लगभग 11.30 बजे उसका निधन हो गया। हालांकि जिराफ बंसत की मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए वीबीआरआई, वेटरनरी कॉलेज, राजेंद्रनगर तथा सीसीएमबी लैकोन्स आदि के पशु विशेषज्ञों से पोस्टमॉर्टम कराया गया। सभी नमूने एकत्र कर आगे की जाँच के लिए वीबीआरआई भेजे गए।
नेहरू प्राणी उद्यान के क्यूरेटर तथा निदेशक एफएसीडॉ. सुनील एस. हीरेमथ सहित सभी स्टाफ सदस्यों ने बसंत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उसके बाड़े में दो मिनट का मौन रखा। निदेशक ने कहा कि बसंत चिड़ियाघर के प्रमुख आकर्षणों में एक था। वह बड़ी संख्या में आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित करता था। चिड़ियाघर ने बसंत के रूप में अपना एक प्रमुख जानवर खो दिया है। जानकारी देते हुए बताया गया कि जिराफ बसंत का जन्म वर्ष 2004 में सुनामी आपदा के दौरान राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, नई दिल्ली में हुआ था। वर्ष 2009 में चिड़ियाघरों के बीच जानवरों के आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत उसे नेहरू प्राणी उद्यान, हैदराबाद लाया गया। बसंत के निधन के बाद यहाँ अब नर जिराफ सनी रह गया है।