आईआईटी हैदराबाद में निकॉन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लांच

हैदराबाद, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद तथा निकॉन कॉर्पोरेशन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी निकॉन इंडिया की साझेदारी में आज संस्थान परिसर में पहला उत्वफढष्टता केंद्र (आईआईटी हैदराबाद-निकॉन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) लांच किया गया। इस उत्वफढष्टता केंद्र का उद्देश्य देशभर के प्रशिक्षुओं, विद्वानों और सहयोगियों को उन्नत इमेजिंग तकनीकों में सशक्त बनाना है।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आईआईटी हैदराबाद में निकॉन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना उद्योग और शिक्षा जगत को जोड़ने में महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही माइक्रोस्कोपी में वैश्विक प्रगति के साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके यह साझेदारी अनुसंधान और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए निकॉन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इससे वैज्ञानिक समुदाय और व्यापक क्षेत्र दोनों को लाभ होगा। यह केंद्र नवाचार केंद्र के रूप में शोधकर्ताओं को एकल कोशिकाओं से लेकर मानव ऊतकों तक के पैमाने पर जैविक प्रणालियों का पता लगाने में सक्षम बनाते हुए हाई रिजाल्यूशन इमेजिंग में शोध सफलताओं को आगे बढ़ाएगा। अपने संसाधनों, तकनीकी विशेषज्ञता और अनुभवी कर्मचारियों का उपयोग करते हुए यहकेंद्र कोशिका जीव विज्ञान और अन्य शोध क्षेत्रों में महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान भी करेगा। इससे विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों में अभिनव अध्ययन की सुविधा मिलेगी।

अवसर पर निकॉन इंडिया के प्रबंध निदेशक सज्जन कुमार ने कहा कि हम हैदराबाद में वैज्ञानिक समुदाय के लिए अत्याधुनिक माइक्रोस्कोपी सिस्टम लाने के लिए रोमांचित हैं। हमारी सबसे अद्यतित इमेजिंग तकनीकों से लैस यह उत्वफढष्टता केंद्र न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाएगा, बल्कि शोधकर्ताओं और छात्रों को विभिन्न वैज्ञानिक विषयों में सीमाओं को आगे बढ़ाने के साधनों से सशक्त भी बनाएगा। हमारा लक्ष्य अभिनव शिक्षण वातावरण देते हुए विकास को प्रोत्साहित करना है, ताकि बड़े पैमाने पर समुदाय को लाभांवित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आईआईटी हैदराबाद के साथ साझेदारी करके हम भारत के शोध परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रो. बी. एस. मूर्ति ने अपने संबोधन में कहा कि इस उत्वफढष्टता केंद्र की स्थापना के लिए निकॉन इंडिया के साथ काम करके हमें हर्ष हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहल अभिनव अनुसंधान और विविध शिक्षण अवसरों को बढ़ावा देने के हमारे लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाती है। यह केंद्र विभिन्न शैक्षणिक और शोध क्षेत्रों में एक उप्रेरक के रूप में भी काम करेगा।

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