कुख्यात अपराधी व हत्यारा गिरफ़्तार

हैदराबाद, पंजागुट्टा पुलिस ने कुख्यात अपराधी व हत्यारे को गिरफ़्तार कर लिया। हत्यारे के पास से 91,500 रुपये की नकदी, सोने के आभूषण और पांच सेल फोन व कार ज़ब्त की गयी।आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में पश्चिम ज़ोन पुलिस उपायुक्त एस.एम विजय कुमार ने बताया कि पंजागुट्टा पुलिस ने किराणा शॉप व्यापारी येल्लारेड्डी गुड़ा, अमीरपेट निवासी विष्णु रूपाणी (45) की हत्या के मामले में कोत्तापेटा, एलुरु निवासी करणम रमेश (32) को गिरफ़्तार किया। उन्होंने बताया कि गत 29 दिसंबर की रात रमेश ने अपने दोस्त विष्णु रूपानी को शराब की दावत देकर संजीव रेड्डी नगर स्थित अपने कमरे में बुलाया। इसके पहले रमेश ने ऑनलाइन कैसीनो गेम की लत के कारण अपना सारा पैसा हार गया था। उसने अपनी कार विष्णु के पास बीस हजार रुपये में रहन रख दी थी। रमेश उससे कार वापस मांग रहा था, लेकिन विष्णु उसे कार लौटाने से मना कर रहा था। इस कारण बदले की भावना से रमेश ने विष्णु को रास्ते से हटाने की ठान ली और 29 दिसंबर की रात को शराब पिलाने के बाद रमेश ने कार वापस करने के लिए कहा और इस बार भी विष्णु ने कार लौटाने से इनकार कर दिया था। इस कारण रमेश ने उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गया था।

प्राप्त शिकायत के आधार पर पंजागुट्टा पुलिस इंस्पेक्टर ए. शोभन ने एसीपी एस. मोहन कुमार के नेतृत्व में छानबीन कर आज रमेश को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि रमेश का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है। दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई करने के बाद बुरी संगत में पड़कर रमेश गलत शौक का शिकार हो गया था और पढ़ाई छोड़ दी थी। वर्ष 2013 के दौरान उसने अपने साले के साथ शराब पीने के बाद जॉन अल्फ्रेड की एलुरु में हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह फरार होकर हैदराबाद आ गया था। रियल एस्टेट कंपनी में नौकरी करते हुए उसने गीता नामक एक युवती को लैंगिक रूप से प्रताड़ित किया, जिस कारण उसके खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया। मामला दर्ज़ होते ही वह अपनी एक रिश्तेदार लक्ष्मी के घर भीमावरम चला गया। वहाँ कुछ दिन रहने के बाद लक्ष्मी की अनुपस्थिति में उसने लक्ष्मी द्वारा अपनी पुत्री के विवाह के लिए जमा किये गये सोने के आभूषण चुरा कर हैदराबाद फरार आ गया। हैदराबाद आने के बाद उसने सोने के गहने बेच कर शेर्वोलेट कार खरीदी और अपने पुराने दोस्तों के साथ मिलकर ऑनलाइन कैसिनो गेम खेलने लगा था। इस खेल में पैसे गंवाने के बाद उसने किराणा स्टोर संचालक दोस्त विष्णु के पास अपनी कार रहन रख दी। इस कार के चक्कर में ही उसने विष्णु को मौत के घाट उतार दिया था। विष्णु की हत्या करने के बाद वह उसके पास से नकदी, सोने के आभूषण और उसकी एक्टिवा लेकर फरार हो गया था। गिरफ्तार करने के बाद उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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