राहुल गांधी की विचारधारा को सीखें दूसरे राजनीतिक दल : गहलोत

जयपुर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान की विचारधारा है और दूसरी राजनीतिक पार्टियों को ये विचारधारा सीखनी चाहिए। गहलोत ने एक्स पर जारी एक बयान में यह बात कही। उन्होंने यह बयान नई दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन के संदर्भ में दिया है। गहलोत के अनुसार, कांग्रेस के नए कार्यालय में उन लोगों की भी तस्वीरें लगी हैं, जो आज कांग्रेस में नहीं हैं और जिन्होंने निजी हित के लिए कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया।
कांग्रेस नेता ने लिखा, ये कांग्रेस है। यह भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा में बुनियादी अंतर है। भाजपा का काम संकीर्ण विचारधारा अपनाकर कांग्रेस नेताओं के नाम से बने संस्थानों का नाम बदलना, देश के लिए कुर्बानी तक दे चुके कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलना रह गया है, लेकिन कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा भारतवर्ष की विचारधारा है जो सहअस्तित्व में विश्वास करती है। कांग्रेस सभी जाति, धर्म, वर्ग और समुदायों को साथ लेकर चलती है, साथ ही जो लोग कांग्रेस की यात्रा में कभी न कभी साथ रहे और योगदान दिया उन्हें पार्टी छोड़ने या विचारधारा बदलने के बाद भी पार्टी सम्मान देती है। इसीलिए कांग्रेस के नए कार्यालय में उन लोगों की भी तस्वीरें लगी हैं जो आज कांग्रेस में नहीं हैं और इन्होंने निजी हित के लिए कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया। उन्होंने लिखा, भारत देश के लोगों ने तो हमारी मान्यताओं से असहमति रखने वाले चार्वाक को भी महर्षि चार्वाक कहा। हमारे ग्रंथों में दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य को भी उपाधि दी गई और महर्षि शुक्राचार्य कहकर संबोधित किया गया।
ऐसी ही विचारधारा कांग्रेस की है। गहलोत के अनुसार, तस्वीर में दिख रहे कुछ नेताओं ने तो गांधी-नेहरू परिवार और स्वयं राहुल गांधी तक को अपशब्द बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पर यह नेहरू-गांधी परिवार है, जिसने राजीव गांधी की हत्या करने वालों तक को उनके बच्चों के भविष्य की खातिर माफी दे दी। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का गहरा जख्म हर कांग्रेसी के दिल में है। पर यह गांधी-नेहरू परिवार कभी किसी से द्वेष नहीं रखता है।