तेलंगाना पैककॉन में पैकेजिंग नवाचार पर चर्चा
हैदराबाद, सीआईआई तेलंगाना के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन तेलंगाना पैककॉन के चौथे संस्करण में भविष्य के लिए तैयार पैकेजिंग पर चर्चा की गयी। विशेषकर प्रदूषण मुक्त वातावरण के निर्माण हेतु पैकेजिंग उद्योग को लक्ष्य आधारित रणनीतियाँ अपनाने पर ज़ोर दिया गया।
टीजी पैककॉन में मुख्य अतिथि के रूप में अपने वक्तव्य में आईटी एवं उद्योग विभाग के विशेष मुख्य सचिव डॉ. जयेश रंजन ने कहा कि नेट जीरो लक्ष्य प्राप्त करना उद्योग के सभी पक्षों का उद्देश्य होना चाहिए। मुख्य रूप से पैकेजिंग क्षेत्र को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। भारत ने 2070 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य प्राप्त करना निर्धारित किया है। इसके लिए पैकेजिंग उद्योग को चाहिए कि नवाचार और नवीनतम तकनीकों को शामिल करने की पहल करें।
जयेश रंजन ने कहा कि पैकेजिंग क्षेत्र परिवर्तन को स्वीकार करने और नई तकनीकों को तेजी से अपनाने के लिए हमेशा तैयार रहता है। पैकेजिंग कंपनियों को अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। इसके लिए तेलंगाना सरकार औद्योगिक पार्कों में अलग से स्थान आवंटित कर सकती है। प्रत्येक क्षेत्र को पैकेजिंग सामग्री और बेहतर एकीकरण की आवश्यकता होती है। इस बात को ध्यान में रखना होगा कि डिजिटल नवाचार लंबे समय में विकास को गति दे सकता है। उन्होंने पैकेजिंग क्षेत्र की कंपनियों को यंग इंडियन स्किल्स यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर पाठ्यक्रम डिजाइन और सामग्री वितरण में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि उद्योग के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति उपलब्ध हो।
फार्मेक्सिल के महानिदेशक राजा भानु ने कहा कि भारत का फार्मा क्षेत्र अर्थव्यवस्था की आधारशिला है और पैकेजिंग क्षेत्र सस्ती उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की डिलीवरी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान में यह क्षेत्र लगभग 53-54 बिलियन डॉलर का वार्षिक कारोबार दर्ज कर रहा है और निकट भविष्य में तेज़ वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। इस उद्योग की ओर से 70 प्रतिशत निर्यात अमेरिका और यूरोप जैसे उच्च विनियमित बाजारों में किया जा रहा है। निश्चित रूप से उच्च गुणवत्ता के कारण है यह संभव हुआ। उत्पाद स्थिरता पैकेजिंग में नवाचार पर निर्भर करती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग का उपयोग क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है।
सीआईआई एसआर के पूर्व अध्यक्ष अनिल एपुर ने कहा कि पैकेजिंग उद्योग बढ़ती आबादी, आय के स्तर में वृद्धि और बदलती जीवनशैली जैसे कारकों से प्रेरित है, जिससे विभिन्न उद्योगों में खपत बढ़ने का अनुमान है। इससे पैकेजिंग उत्पाद समाधानों की माँग बढ़ रही है। टिकाऊ पैकेजिंग के माध्यम से अर्थव्यवस्था को मज़बूत किया जा सकता है।
सीआईआईटीजी पैककॉन के अध्यक्ष एवीपीएस चक्रवर्ती ने कहा कि दुनिया पैकेजिंग समाधानों को नया स्वरूप देने और स्थिरता की ओर बढ़ने की माँग कर रही है। इस क्षेत्र को बायो डिग्रेडेबल मटेरियल्स का उपयोग करने की आवश्यकता है। साथ ही इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि रीसायकल सामग्री क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। प्रामाणिकता को मजबूत करने और नकली उत्पादों से दूर रहने से पैकेजिंग क्षेत्र को सकारात्मक बदलाव लाये जा सकते हैं। सम्मेलन को सीआईआई तेलंगाना के उपाध्यक्ष आर.एस. रेड्डी ने विचार रखे। पैकेजिंग में नवीनतम प्रगति और भविष्य के रुझानों पर केंद्रित इस सम्मेलन में उभरती वैश्विक बाजार चुनौतियों के समाधानों पर प्रमुख विशेषज्ञों, नवप्रवर्तकों और हितधारकों ने चर्चा की।