संध्या थिएटर भगदड़ मामले में पुलिस का स्पष्टीकरण, विशेष शो के बारे में ठीक से नहीं दी गई जानकारी
हैदराबाद, पुष्पा-2 फिल्म की विशेष क्रीनिंग के दौरान संध्या थिएटर में मची भगदड़ की घटना को लेकर पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी किया है। गौरतलब है कि संध्या थिएटर प्रबंधन की ओर से सोशल मीडिया पर आज एक पत्र जारी किया, जो चिक्कड़पल्ली एसीपी को गत 2 दिसंबर को लिखा गया था। इसमें 4 व 5 दिसंबर को संध्या थिएटर में पुष्पा-2 की विशेष क्रीनिंग के लिए अति-विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन को लेकर बंदोबस्त तैनात करने का आग्रह किया गया था।
इस पत्र के जवाब में सेंट्रल जोन पुलिस उपायुक्त अक्षांश यादव ने बताया कि संध्या थिएटर प्रबंधन की ओर से केवल कार्यालय के इनवर्ड में ही लेटर छोड़ा गया, जबकि नियम के अनुसार किसी भी बड़े कार्यक्रम में, जहाँ पर लोगों की भीड़ अधिक रहती हो और विख्यात व चर्चित फिल्म अभिनेता भाग लेते हैं, तो आयोजकों को चाहिए कि वे पुलिस उपायुक्त व एसीपी स्तर के अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उन्हें कार्यक्रम की स्थिति के बारे में अवगत करवाएँ। थिएटर प्रबंधन की ओर से इस प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई और चार दिसंबर की रात को अल्लू अर्जुन के आने से पहले ही भारी संख्या में उनके प्रशंसक आरटीसी क्रॉस रोड और संध्या थिएटर में जमे हुए थे।
अल्लू अर्जुन ने आकर जब अपनी कार के सनरूफ से बाहर निकलकर प्रशंसकों का अभिवादन किया, तब प्रशंसक उनकी ओर दौड़ पड़े। इस कारण अल्लू अर्जुन के निजी सुरक्षाकर्मियों ने कार को आगे बढ़ाने के लिए भीड़ को पीछे धकेला, तब भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई और उसका पुत्र घायल हो गया। इस घटना के बाद भी अल्लू अर्जुन लगभग दो घंटे संध्या थिएटर में ही थे।
इसके अलावा पुलिस उपायुक्त ने अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार करते समय पुलिस द्वारा उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार करने और अल्लू अर्जुन को बेडरूम में जाकर गिरफ्तार करने के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि अल्लू अर्जुन के अपने घर के बाहर सेल्लार में आने के बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्होंने इस आरोप का भी खंडन किया कि अल्लू अर्जुन को कपड़े बदलने का भी मौका नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अल्लू अर्जुन को कपड़े बदलने के अलावा उनके परिवार के सदस्यों से मिलने का पूरा मौका दिया। इसके बाद ही वे स्वयं बाहर आकर पुलिस वाहन में सवार हुए।