शोर शराबे की भेंट चढ़ गया विधानसभा का प्रश्नकाल

हैदराबाद, तेलंगाना विधानसभा का प्रश्नकाल आज शोर शराबे और हंगामे की भेंट चढ़ गया। एक घंटे से अधिक समय तक केवल दो प्रश्नों पर बहस हुई। सत्ता पक्ष और प्रमुख विपक्ष बीआरएस के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। यहाँ तक कि मंत्री कोमटी रेड्डी और पूर्व मंत्री व बीआरएस विधायक के बीच चले आपत्तिजनक शब्दबाण पर कान धरते हुए सभापति को दोनों की टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटाने की घोषणा करनी पड़ी।

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान आज बीआरएस के विधायक हरीश राव और मंत्री कोमटीरेड्डी वेंकट रेड्डी के बीच तीखी बहस देखी गयी। विशेषकर व्यक्तिगत आरोपों के कारण बहस ने कड़वाहट पैदा करने वाला रुख अपनाया, जिस पर विधायी मामलों के मंत्री श्रीधर बाबू ने कहा कि सभी सदस्यों को सदन के नियमों का पालन करना चाहिए। बहस के दौरान हरीश राव ने सदन में कुछ ऐसा कहा कि सदन के अध्यक्ष ने मंत्री के सुझाव पर उन टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा दिये जाने की घोषणा की, जबकि इससे पूर्व मंत्री पोंगुलेट्टी श्रीनिवास रेड्डी ने हरीश राव को उनके बयान के लिए क्षमायाचना की मांग भी की थी। सत्तापक्ष ने जहां अपनी टिप्पणियों में पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को निशाना बनाया, वहीं विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर हल्ला बोला।

उल्लेखनीय है कि प्रश्नकाल के दौरान सदन पटल पर प्रस्तुत दस प्रश्नों में से केवल दो प्रश्न ही पेश किये जा सके। विधायक केपी विवेकानंद, मर्रि राजशेखर रेड्डी सहित विभिन्न विधायकों द्वारा ओवरसीज छात्रवृत्ति के बारे में पूछे गये प्रश्न पर मंत्री सीतक्का ने बताया कि सरकार ने जारी वर्ष में 1,098 विद्यार्थियों को 140.74 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व मंज़ूर की गयी छात्रवृत्ति के अंतर्गत 8,723 विद्यार्थियों को 1,396.25 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं। शेष 104.42 करोड़ रुपये बकाया है।

मंत्री के उत्तर पर असंतुष्ट के.पी. विवेक ने सरकार पर कड़ी टिप्पणियाँ कीं और कमीशन के आरोप लगाए, जिस पर त्वरित उत्तर देते हुए मंत्री सीतक्का ने कहा कि छात्रवृत्ति लंबित करने का कार्य पूर्व की बीआरएस सरकार ने किया था और उनकी सरकार ने पूर्व की सरकार द्वारा लंबित रखी गयी राशि भी जारी की है और यह प्रक्रिया मार्च तक जारी रहेगी। विधायक विवेक द्वारा उपयोग में लाये गये शब्दों पर मंत्री श्रीधर बाबू ने कड़ी आपत्ति की और कहा कि यह अपमानजनक टिप्पणियाँ हैं, इसे वापस लेना चाहिए। विधायक द्वारा टिप्पणी वापस न लेने पर उसे रिकॉर्ड से हटाने की घोषणा की गयी।

सड़क एवं भवन निर्माण विभाग से जुड़े प्रश्न के उत्तर में मंत्री वेंकटरेड्डी ने कहा कि करीमनगर-सिरसिल्ला-कामारेड्डी-येल्लारेड्डी पिटलम तक 165 किलोमीटर की सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्ताव पेश किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर विशेष अनुरोध किया है। इसी प्रश्न के दौरान सबिता इंद्रा रेड्डी द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हैदराबाद-बीजापुर राजमार्ग से संबंधित मामले को भी एनजीटी में निपटा लिया गया है।उस पर भी कार्य जारी है। कार्य में देरी पर उन्होंने पूर्व सरकार द्वारा उप्पल फ्लाईओवर की कछुआ चाल का उदाहरण दिया। पूर्व सरकार पर लगाये गये आरोपों के बाद बहुत तीखी हो गयी और सभापति को प्रश्नकाल को लिखित उत्तरों के साथ समाप्त करने की घोषणा करनी पड़ी।

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