दक्षिण मध्य रेलवे पर क्षेत्रीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता संपन्न 

हैदराबाद, दक्षिण मध्य रेलवे के प्रधान कार्यालय में  गत 23 और 24 अत्तूबर को क्षेत्रीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रधान कार्यालय, सिकंदराबाद मंडल, हैदराबाद मंडल, विजयवाड़ा मंडल, गुंतकल मंडल तथा नांदेड मंडल की नाट्य मंडलियों ने नाटकों का मंचन किया। 

प्रतियोगिता के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने भाग लिया। अध्यक्षता मुख्य मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक ए.के.श्रीवास्तव ने की। महाप्रबंधक ने क्षेत्रीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए राजभाषा संगठन को बधाई दी। उन्होंने नाटक प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले सभी कर्मचारियों की प्रशंसा की और कहा कि रेल कर्मचारी अपने सरकारी काम-काज के अलावा कला के क्षेत्र में भी अच्छी प्रतिभा रखते हैं। ग क्षेत्र में होने के बावजूद इस रेलवे के कर्मचारियों ने बड़े उत्साह से प्रतियोगिता में भाग लिया और नाटकों का मंचन किया। अहिन्दी भाषी क्षेत्रों के कलाकारों ने अपने संवाद हिन्दी में बोलने का सफल प्रयास किया। इसके लिए सभी कलाकारों को बधाई। 

 कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य राजभाषा अधिकारी ने कहा कि राजभाषा के प्रचार-प्रसार के लिए राजभाषा विभाग द्वारा समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी श्रृंखला में क्षेत्रीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस नाटक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त नाटक अखिल रेल स्तर पर आयोजित होनेवाली नाटक प्रतियोगिता में इस रेलवे का प्रतिनिधित्व करेगा। प्रतियोगिता के लिए आमंत्रित निर्णायक पी.के.संगेवार, जगमोहन राय मल्होत्रा, चंद्रकांत खानापुरकर ने नाटकों के मंचन तथा कलाकारों के प्रदर्शन पर अपनी टिप्पणी दी। अखिल रेल स्तर पर नाटकों के उत्तम प्रदर्शन के लिए उन्होंने सुझाव दिए। 

क्षेत्रीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान विजयवाडा मंडल द्वारा मंचित नाटक कपिराज को, द्वितीय स्थान हैदराबाद मंडल द्वारा मंचित नाटक यमराज बोले-सौ साल जीओ को तथा तृतीय स्थान प्रधान कार्यालय द्वारा मंचित नाटक दारुणम को प्राप्त हुआ। इनके अलावा अन्य नाटकों को प्रेरणा पुरस्कार भी प्रदान किए गए। रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित विभिन्न वर्ग, जैसे कि सर्वश्रेष्ठ अभिनेता/अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता/अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन, सर्वश्रेष्ठ क्रिप्ट, सर्वश्रेष्ठ संगीतकार, सर्वश्रेष्ठ रूप-सज्जा, सर्वश्रेष्ठ मंच-सज्जा, सर्वश्रेष्ठ वेश-भूषा, सर्वश्रेष्ठ प्रकाश परिकल्पना आदि के लिए भी पुरस्कार प्रदान किए गए। 

 उप-महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ.श्याम सुंदर साहू ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए नाटकों का आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राजभाषा अधिकारी एम.के.नागराजु के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button