ओयू के विकास में विद्यार्थियों की राय को प्राथमिकता, रेवंत रेड्डी ने की समीक्षा बैठक

हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को सलाह दी कि उस्मानिया विश्वविद्यालय में किये जाने वाले विकास कार्यों पर विद्यार्थियों और लेक्चररों की राय को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने आज अपने आवास में विश्वविद्यालय के विकास कार्यों पर एक समीक्षा बैठक की। इस मौके पर अधिकारियों ने विश्वविद्यालय में होने वाले विकास कार्यों पर पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण पेश किया, तो सीएम ने हॉस्टल भवनों, सड़कों, एकेडमिक ब्लॉक्स और ऑडिटोरियम आदि में कई बदलाव के कई सुझाव दिया।

सीएम ने कहा कि नये भवन इस तरह बनाए जाने चाहिए कि विद्यार्थियों व कर्मचारियों को भविष्य में कोई परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों को विश्वविद्यालय की परिधि में वन क्षेत्र के कार्यों के लिए शहरी वन क्षेत्र निधियों का उपयोग करने के मुद्दे पर विचार करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रांगण में वर्तमान के जल स्रोतों को बचाते हुए नए झीलों को बनाने की संभावनाओं की जांच की जानी चाहिए।

सीएम ने कहा कि विश्वविद्यालय कैंपस में मौजूद ऐतिहासिक व विरासत भवनों को बचाकर रखा जाना चाहिए। पुरानी भवन, जिनका कोई ऐतिहासिक महत्व नहीं है, उनके मरम्मत पर भारी रकम खर्च करने के बजाय नए भवनों को बनाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि साइकिल ट्रैक और वॉकिंग पाथ समेत हर काम पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह 10 दिसंबर को उस्मानिया विश्वविद्यालय का दौरा कर वहां पर वर्तमान भवनों का जायजा लेंगे।

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सीएम ने विकास कार्यों पर विद्यार्थियों व लेक्चररों की राय लेने के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा और एक वेबसाइट बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चालू मांसांत तक विकास कार्यों को अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों के लिए निधियों की कोई कमी नहीं है।

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