दमरे महाप्रबंधक ने आंध्रा सांसदों के साथ की रेल सेवाओं पर चर्चा

हैदराबाद, दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने आज आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा, गुंटूर तथा गुंतकल मंडल क्षेत्राधिकार से संबंधित सांसदों के साथ क्षेत्र में रेल सेवाओं से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र (ईटीटीसी), सत्यनारायणपुरम, विजयवाड़ा में आयोजित बैठक में आंध्र प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले दो केंद्रीय राज्य मंत्रियों तथा 15 सांसदों ने भाग लिया। दमरे महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने सभी का स्वागत करते हुए यात्री सेवाओं, माल लदान, माल ढुलाई विकास, विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं, डिजिटल पहल, नई ट्रेनों की शुरूआत के साथ बढ़ी हुई कनेक्टिविटी, विशेष ट्रेनों का संचालन, अतिरिक्त कोचों की संख्या में वफद्धि, स्टेशनों और ट्रेनों की सफाई, हरित पहल आदि से संबंधित दक्षिण मध्य रेलवे के प्रदर्शन के बारे में सविस्तार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश राज्य के दमरे क्षेत्राधिकार में 56 रेलवे स्टेशनों को 2,593 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अमफत स्टेशनों के रूप में विकसित करने हेतु चिह्नित किया गया है। उन्होंने कहा कि 414 करोड़ रुपये की लागत से तिरुपति तथा नेल्लूर स्टेशनों का उन्नयन किया गया है। विजयवाड़ा स्टेशन का काम पीपीपी मोड के तहत विकास के लिए प्रस्तावित है। इसे रेल भूमि विकास प्राधिकरण को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान आंध्र प्रदेश दमरे क्षेत्राधिकार में 450 किलोमीटर ट्रैक बिछाया गया। राज्य में 97 प्रतिशत रेल ट्रैक का विद्युतीकरण हो चुका है। शेष हिस्से में भी तेजी से प्रगति हो रही है।

अवसर पर दमरे महाप्रबंधक ने आंध्र प्रदेश के दमरे क्षेत्राधिकार में चल रही तथा आगामी रेल अवसंरचना विकास परियोजनाओं पर भी विस्तफत प्रस्तुति भी दी। उन्होंने कहा कि नई लाइनें, दोहरीकरण, तिहरीकरण और सर्वेक्षण सहित आंध्र प्रदेश में चल रही रेलवे परियोजनाओं का कुल खर्च लगभग 55,000 करोड़ रुपये है। यात्री सुविधाओं पर अरुण कुमार जैन ने कहा कि 33 स्टेशनों पर 88 नई लिफ्टें प्रदान की गई हैं। 19 स्टेशनों पर 69 एस्केलेटर प्रदान किए गए हैं। 178 रेलवे स्टेशनों पर 218 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 वर्षों में 101 मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को समाप्त करते हुए आरओबी के निर्माण के माध्यम से 257 एलसी को समाप्त करने की मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में स्थित स्वर्णिम चतुर्भुज गोल्डन डायग्नॉस्टिक मार्गों में 108 रूट किलोमीटर स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग चालू की गई है। चालू वित्त वर्ष के दौरान 185 रूट किलोमीटर चालू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 9,151 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इस बैठक से रेलवे को इस क्षेत्र के लोगों के लिए रेलवे विकास योजनाओं को अंतिम रूप देने में काफी मदद मिलेगी।

बैठक में सांसदों ने दमरे की पहल की सराहना करते हुए अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में रेलवे विकास कार्यों तथा सेवाओं से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें नई रेलवे लाइनों का निर्माण, नई ट्रेनों का संचालन, मौजूदा ट्रेनों के लिए अतिरिक्त स्टॉपेज का प्रावधान, रोड ओवर ब्रिज तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण सहित बेहतर यात्री सुविधाएं प्रदान करना आदि शामिल था। बैठक में संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चन्द्र शेखर पेम्मासानी तथा भारी उद्योग और इस्पात राज्य मंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा, संसद सदस्य (राज्यसभा) गोला बाबूराव, अयोध्या रामी रेड्डी अल्ला; लोकसभा सदस्य सी.एम. रमेश, जी.एम. हरीश बालयोगी, पुट्टा महेश कुमार, केसिनेनी शिवनाथ, वफढष्ण प्रसाद टेनेटी, मगुंटा श्रीनिवासुलू रेड्डी, प्रभाकर रेड्डी वेमीरेड्डी, जी. लक्ष्मीनारायण, वाई.एस. अविनाश रेड्डी, बस्तीपति नागराजू, पी.वी. मिधुन रेड्डी, लावु श्रीवफढष्ण देवरायला तथा दग्गुमल्ला प्रसाद राव ने भाग लिया। इसके अलावा मंडल रेल प्रबंधक, विजयवाड़ा मंडल नरेंद्र ए. पाटिल, मंडल रेल प्रबंधक गुंटूर एम. रामकृष्णा, मंडल रेल प्रबंधक गुंतकल तथा मंडल रेल प्रबंधक हैदराबाद लोकेश विश्नोई सहित दमरे के प्रमुख विभागाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

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