दमरे ने की तेलंगाना और कर्नाटक राज्यों के सांसदों के साथ बैठक
हैदराबाद, दक्षिण मध्य रेलवे ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी की उपस्थिति में आज तेलंगाना और कर्नाटक के सांसदों के साथ बैठक की। इस दौरान रेलवे की जारी एवं भावी परियोजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। दमरे के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नए कार्यों/सेवाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करते समय सांसदों द्वारा व्यक्त किए गए सुझावों और विचारों पर उचित ध्यान दिया जाएगा। रेल निलयम, सिकंदराबाद में आज दमरे क्षेत्राधिकार से संबंधित तेलंगाना और कर्नाटक राज्यों के दस सांसदों के साथ बैठक की गयी। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बैठक में कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान दक्षिण मध्य रेलवे ने नई लाइनों, दोहरीकरण, परिवर्तन आदि के रूप में 415 किलोमीटर की ट्रैक वृद्धि की है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बड़े पैमाने पर स्टेशन पुनर्विकास किया गया, जिसके तहत तेलंगाना राज्य में 2,635 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 40 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। घटकेसर-यादाद्री एमएमटीएस विस्तार परियोजना शुरू की जा रही है। बुनियादी ढाँचा विकास परियोजनाओं और दमरे क्षेत्राधिकार में 15 अंतिम स्थान सर्वेक्षण पर लगभग 83,000 करोड़ रुपये की लागत से कार्य किया गया।
दमरे महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने सांसदों को रेल यात्री सेवाओं, माल लदान, माल शेड विकास, विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं, डिजिटल पहलों, नई ट्रेनों की शुरूआत के साथ बढ़ी हुई कनेक्टिविटी, विशेष ट्रेनों के संचालन, अतिरिक्त कोचों की वृद्धि, स्टेशनों, ट्रेनों की स्वच्छता, हरित पहल आदि से संबंधित दमरे के प्रदर्शन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 के दौरान दमरे ने 141 मिलियन टन माल लदान किया, जो स्थापना के बाद से सबसे अधिक है। इससे 13,620 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। जोन ने यात्री खंड से 5,731 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक राजस्व और 20,339 करोड़ रुपये का सकल राजस्व अर्जित किया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान जोन ने सितंबर अंत तक 67 मिलियन टन माल ढुलाई की, जिससे 6,610 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
महाप्रबंधक ने कहा कि रेल संपर्क बढ़ाने के लिए तेलंगाना राज्य में पिछले 10 वर्षों के दौरान दमरे ने 5 प्रतिष्ठित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों सहित पूरे जोन में 67 नई ट्रेन सेवाएँ शुरू की हैं। सुरक्षा को मजबूत करने के लिए इस अवधि में तेलंगाना में लगभग 268 रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) और 40 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया गया। राज्य में 29 स्टेशनों पर 64 लिफ्ट उपलब्ध करायी गयी और 8 स्टेशनों पर 27 एस्केलेटर स्थापित किये गये। संसद सदस्यों ने बैठक के दौरान दमरे की पहलों की सराहना कर संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में रेलवे के विकास कार्यों/सेवाओं से संबंधित कई मुद्दों को उठाया। सदस्यों द्वारा की गयी माँगों में नई रेल लाइनों का निर्माण, नई गाड़ियाँ चलाना, मौजूदा गाड़ियों में अतिरिक्त ठहराव का प्रावधान, आरयूबी/आरओबी का निर्माण, उन्नत यात्री सुविधाएँ आदि शामिल हैं।
महाप्रबंधक ने कहा कि बैठक में हुए विचार-विमर्श से रेलवे को इस क्षेत्र के लोगों के लिए विकास योजनाओं को अंतिम रूप देने में काफी मदद मिलेगी। नए कार्यों/सेवाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करते समय माननीय सदस्यों द्वारा व्यक्त किए गए सुझावों और विचारों पर उचित विचार किया जाएगा। बैठक में राज्यसभा सदस्य के.आर. सुरेश रेड्डी, आदिलाबाद सांसद गोदाम नागेश, खम्मम सासंद आर. रघुराम रेड्डी, महबूबाबाद सासंद बलराम नाइक पोरिका, महबूबनगर सांसद डी.के. अरुणा, मल्काजगिरी सांसद ईटेला राजेंदर, मेदक सांसद रघुनंदन राव, वरंगल सांसद डॉ. काड़ियम काव्या, बीदर सांसद सागर ईश्वर खंडरे, कलबुर्गी सांसद राधाकृष्ण डोड्डामणि, दमरे के सिकंदराबाद मंडल रेल प्रबंधक भर्तेश कुमार जैन, हैदराबाद मंडल रेल प्रबंधक लोकेश विश्नोई सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख और अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी उपस्थित थे।