डॉक्टर ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर की पति की हत्या
हैदराबाद, हैदराबाद के कारोबारी रमेश कुमार (54) की हत्या के मामले में उसकी दूसरी पत्नी, उसके ब्वॉयफ्रेंड समेत कुल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उल्लेखनीय है कि गत 8 अत्तूबर को नगर के उप्पल में रहने वाले रमेश कुमार का अधजला शव पड़ोसी राज्य कर्नाटक, बेंगलुरु के सुन्तिकोप्पा स्थित कॉपी इस्टेट के पास से बरामद हुआ था। कर्नाटक की कोदागु पुलिस ने बताया कि रमेश कुमार की हत्या के मामले में उसकी दूसरी पत्नी पी. निहारिका (29), उसके ब्वॉयफ्रेंड डॉ. निखिल मैरेड्डी (28), हरियाणा के अंकुर राणा (30) को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि अधजला शव मिलने के बाद मृतक की पहचान बड़ी चुनौती थी। मामले को सुलझाने के लिए 4 विशेष टीमों का गठन कर लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद पुलिस को संदिग्ध कार ट्रेस करने में कामयाबी मिली।
पुलिस अधीक्षक के. रामाराजन ने बताया कि रमेश कुमार ने हाल ही में एक संपत्ति को 8 करोड़ रुपयों में बेच दिया था, पैसा उसके पास ही था। निहारिका की उन्हीं पैसों पर नजर थी, जिसका बंटवारा करने से रमेश इनकार कर रहा था। इसके बाद निहारिका ने हरियाणा के अपने दोस्त राणा को गत 1 अत्तूबर को हैदराबाद बुलाया और 3 अत्तूबर को पति रमेश कुमार को भी मिलने के लिए हैदराबाद बुलाया। 3, 4 दिन हैदराबाद में रहने के बाद वे रमेश को छोड़ने के लिए 7 अत्तूबर को मर्सिडीज बेंस कार में बेंगलुरू के लिए निकले थे।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने उप्पल-भोनगीर हाईवे पर ही रमेश कुमार की गला घोंट कर हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को लेकर बेंगलुरू के होरामावु पहुंचे और वहाँ पर निहारिका ने अपने ब्वॉयफ्रेंड डॉ. निखिल को शव ठिकाने लगाने के लिए मदद मांगी। इसके बाद तीनों ने शव को सुन्तीकोप्पा, पन्या इस्टेट के पास जला दिया और फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि निहारिका जहां रमेश कुमार की दूसरी पत्नी थी, वहीं रमेश कुमार निहारिका का तीसरा पति था। निहारिका ने पहले पति को तलाक देने के बाद सोशल मीडिया फ्रेंड हरियाणा के व्यक्ति से दूसरी शादी की थी। उसके दूसरे पति ने धोखाधड़ी के मामले में निहारिका को जेल भेज दिया। जेल में उसका अंकुर राणा की मां से परिचय हुआ। इसके बाद वह अंकुर की भी दोस्त बन गई। इसके बाद उसने हैदराबाद के रमेश कुमार से विवाह किया और वे हैदराबाद में बेस बनाकर बेंगलुरू में भी रहने लगे थे। बेंगलुरू मे रहने के दौरान निहारिका बड़ी कंपनी में काम करने लगी, इस दौरान उसका वेटरनेरी डॉ. निखिल से परिचय हुआ। पुलिस की पूछताछ में निहारिका ने निखिल की सलाह पर ही शव को जलाने का खुलासा किया। (अरविंद सिंह लोध)