हैदराबाद में स्ट्रीट लाइट रखरखाव अनिश्चितता का शिकार?
ईईएसएल ने जीएचएमसी पर लगाया भुगतान न करने का आरोप
हैदराबाद, हैदराबाद में स्ट्रीट लाइटों की स्थापना और रखरखाव का कार्य देख रही भारत सरकार की कंपनी ईईएसएल ने अपनी निर्धारित समयावधि से पहले ही रखरखाव का कार्य मंझधार में छूट जाने की शंका जतायी है। ऊर्जा मंत्रालय के आधीन संयुक्त उद्यम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) का दावा है कि जीएचएमसी द्वारा 144.48 करोड़ रुपये का भुगतान न किये जाने के कारण कंपनी अनिश्चित वित्तीय स्थिति में फंस गयी है, जबकि दूसरी ओर जीएचएमसी ने इस कार्य पर कोई और एजेंसी नियुक्त करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।
ईईएसएल का दावा है कि शहर में 5.48 लाख एलईडी स्ट्रीटलाइट्स का रखरखाव और संचालन ा करने के लिए जीएचएमसी और ईईएसएल का अनुबंध अप्रैल 2025 तक वैध है, लेकिन जीएचएमसी ने ईईएसएल के बकाए का भुगतान किए बिना इस दायित्व को पूरा करने के लिए 3 करोड़ रुपये की लागत से 15,000 नई स्ट्रीट लाइटों की खरीद और आपूर्ति के लिए एक निविदा जारी की है। ईईएसएल ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने शहर की स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और शिकायतों का समाधान करने में किसी प्रकार की उपेक्षा नहीं की है, जबकि जीएचएमसी लंबित भुगतान अदा करने में विफल रहा है।
ईईएसएल के राज्य प्रमुख रमेश ने बताया कि कंपनी को पूंजी और परिचालन व्यय दोनों को पूरा करने के लिए जीएचएमसी से मासिक भुगतान की उम्मीद थी। निगम द्वारा भुगतान में देरी के बावजूद कंपनी ने पिछले आठ महीनों में प्राप्त 2,18,422 शिकायतों में से 98.9 प्रतिशत का समाधान किया है। ईईएसएल ने 44,753 खराब स्ट्रीट लाइटों को बदला है और हर दिन 600 से 700 खराब एलईडी स्ट्रीट लाइटों को ठीक करके रखरखाव सूची में जोड़ा जाता है। पिछले दो महीनों में 3,600 नई स्ट्रीट लाइटें भी लगाई गयी हैं। सितंबर 2018 से दिसंबर 2023 तक बिजली गिरने, उच्च वोल्टेज, अनधिकृत हैंडलिंग और दुर्घटनाओं जैसे कारकों के कारण जीएचएमसी क्षेत्रों में 10,655 एलईडी स्ट्रीट लाइटें क्षतिग्रस्त हो गईं। इस संबंध में बातचीत जारी है।
ईईएसएल के अधिकारिक सूत्रो के अनुसार, कंपनी ने जीएचएमसी सहित तेलंगाना के 140 नगर निकायों में 1.723 मिलियन से अधिक स्ट्रीटलाइट्स लगाई हैं, जिससे राज्य को सालाना अनुमानित 193 मेगावाट पीक पावर की बचत होती है और कार्बन उत्सर्जन में 0.81 मिलियन टन की कमी आती है। तेलंगाना को विभिन्न परियोजनाओं में ईईएसएल का 314 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। 74 नगर निकायों के साथ ईईएसएल का स्ट्रीटलाइट अनुबंध अप्रैल 2025 में समाप्त हो जाएगा। कंपनी का मानना है कि अनुबंध में विस्तार की गुंजाइश है, लेकिन यह समय पर भुगतान और राज्य सरकार के साथ बेहतर वित्तीय व्यवस्था पर निर्भर करेगा। ईईएसएल अधिकारी रमेश ने कहा कि जीएचएमसी द्वारा भुगतान में देरी के कारण उत्पन्न वित्तीय संकट ने परियोजना की व्यवहार्यता के साथ-साथ ईईएसएल की परिचालन को बनाए रखने की क्षमता को भी प्रभावित किया है। स्ट्रीट लाइट रखरखाव, ऊर्जा बचत और जुर्माने से संबंधित भुगतान लगातार रोके गए हैं, जिससे कंपनी के वित्तीय संसाधनों पर भारी दबाव पड़ रहा है।