अपने बच्चों को पढ़ाएँ आदिवासी समाज के लोग : द्रौपदी मुर्मू
जयपुर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मानगढ़ धाम (बांसवाड़ा) में आदि गौरव सम्मान समारोह में कहा कि अगर मुझे छात्रवास की सुविधा नहीं मिलती, तो मेरी पढ़ाई रुक सकती थी। आदिवासी समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं, उन्हें आगे बढ़ने के अवसर दें, कदम आगे बढ़ाएं। इससे पहले सिरोही जिले के आबूरोड स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान में शुक्रवार से शुरू हुए चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभारंभ किया।
आध्यात्मिकता से स्वच्छ व स्वस्थ समाज विषय पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आध्यात्मिकता शुद्ध कर्मों से मन को संवारने का रास्ता है। उन्होंने कहा कि आज इस ग्लोबल समिट में शामिल होकर उन्हें खुशी हो रही है। आत्मा स्वच्छ, स्वस्थ हो तो सब कुछ हो जाता है। मानसरोवर में शिव बाबा के साथ मुझे कुछ समय बिताने का मौका मिला। साथ ही राजयोगी ब्रह्म कुमार भाई-बहनों के साथ समय बिताने का मौका मिला।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आजादी के 100 साल पूरे करने वाला है। 100 साल पूरे होने तक भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। इसके अलावा उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की। इससे पहले सुबह 10 बजे राष्ट्रपति ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।(एजेंसियाँ)