inner conflict
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कविता
रिश्ते (कविता)
काश! छोड़ सकतेहर दर्द के ज़िम्मेदार कोहर सज़ा देते इस दर्दके हकदार कोपर मजबूर थे ये कदमउठा न सके यह…
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काश! छोड़ सकतेहर दर्द के ज़िम्मेदार कोहर सज़ा देते इस दर्दके हकदार कोपर मजबूर थे ये कदमउठा न सके यह…
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