शरद पूर्णिमा का उठाएँ लाभ

चन्द्रमा के वैदिक अथवा पौराणिक मंत्र का कम से कम 11 बार उच्चारण करें अथवा 108 के क्रम में जप करें। चांदी के दीप में शुद्ध घी की बाती से चंद्रमा की श्रद्धापूर्वक आरती उतारें। संध्याकाल में चंद्रोदय के समय चांदी या तांबे के लोटे से अर्घ्य दें और अपने स्वास्थ्य आदि के लाभ की प्रार्थना करें।

इस दौरान सफेद फूल और पीली कौड़ियां देवी को अर्पित करें। साथ ही खीर का भोग लगाएं और मंत्र श्रीं महालष्म्यै नम का जाप करें। इस उपाय से न केवल धन और संपत्ति में वृद्धि होती है बल्कि घर में सुख-समृद्धि और वैभव का वातावरण भी बनता है।

इस दिन शाम के समय तुलसी के पौधे की पूजा करने से विशेष लाभ होता है। तुलसी के समीप गाय के घी का दीपक जलाएं और खीर का भोग अर्पित करें। यह उपाय घर में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। कोजागरी पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर रात में चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए। पानी में गंगाजल, सफेद फूल और शक्कर डालकर उसे अर्घ्य स्वरूप चढ़ाएं।

यह उपाय मानसिक शांति प्रदान करता है। धन और संपत्ति में वृद्धि के लिए माता लक्ष्मी को 11 पीली कौड़ियां अर्पित करें। अगले दिन इन्हें अपनी तिजोरी या पर्स में रख सकते हैं। इस उपाय को करने से परिवार में आर्थिक स्थिरता बनी रहती है।

Ad

कोजागरी पूर्णिमा पर खीर का चंद्रमा को अर्पण

कोजागरी पूर्णिमा पर चावल, दूध और शक्कर से खीर बनाएं। रात में इसे चंद्रमा की रोशनी में रख दें। आधे या एक घंटे बाद इसे स्वयं और परिवार के सदस्यों को खिला दें। इस उपाय से परिवार में सुख, सौभाग्य और समृद्धि का वास होता है। रात में दीपदान करना भी अत्यंत शुभ होता है।

मिट्टी या पीतल के दीपक में गाय का घी और रुई की बत्ती लगाकर दीपक जलाएं। माता लक्ष्मी का स्मरण करते हुए घर के मुख्य-द्वार पर रखें और दरवाजा खोल दें। इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है।

यह भी पढ़े: 6 अक्तूबर को दुर्लभ सुपर हार्वेस्ट मून

लक्ष्मी जी की पूजा करते समय उनके चरणों में चांदी का एक सिक्का अर्पित करें। अगले दिन सुबह इसे उठाकर अपनी तिजोरी में रख दें। इस उपाय से न केवल धन-संपत्ति में वृद्धि होती है बल्कि व्यवसाय और आर्थिक गतिविधियों में भी उन्नति होती है।

Exit mobile version