सुप्रीम शरण लें रेवंत : कविता
हैदराबाद, पिछड़ा वर्ग को 42 प्रतिशत आरक्षण बिल को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के धरने पर कटाक्ष करते हुए तेलंगाना जागृति की संस्थापक व विधान परिषद सदस्य कल्वाकुंट्ला कविता ने कहा कि दिल्ली में नाम के वास्ते धरना देने के बजाए मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को चाहिए कि राष्ट्रपति से मुलाकात करके बीसी बिल पारित करने का आग्रह करें। यदि बात नहीं बनी तो सुप्रीम कोर्ट की शरण लें।
प्रोफेसर जयशंकर जयंती व तेलंगाना जागृति के स्थापना दिवस पर बंजारा हिल्स स्थित कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा व तेलंगाना जागृति का ध्वज फहराकर दिवंगत प्रोफेसर जयशंकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात मीडिया को संबोधित करते हुए एमएलसी कविता ने कहा कि मुख्यमंत्री खोखले भाषण देकर तेलंगाना की जनता को धोखा दे रहे हैं।
कविता ने पिछड़ा वर्ग को 42 प्रतिशत आरक्षण देने को लेकर मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की कटिबद्धता पर प्रश्न उठाया और कहा कि यदि कटिबद्ध हैं, तो क्यों दिल्ली धरने में सभी दलों को नहीं ले गए। उन्होंने पूछा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एन. रामचंदर राव को पत्र क्यों नहीं लिखा। अब भी समय है मुख्यमंत्री सभी दलों के अध्यक्षों को पत्र लिखें और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली ले जाकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं।
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सामाजिक तेलंगाना के लिए जागृति का संकल्प
कविता ने कहा कि सामाजिक तेलंगाना विप्लव में तेलंगाना जागृति आगे रहेगी परंतु सामाजिक तेलंगाना का अर्थ दिल्ली में जाकर धरना देना नहीं है बल्कि तेलंगाना के हर गांव व मोहल्ले में हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य करना है। कविता ने आगे कहा कि सभी परिणामों पर जागृति की नजर है और विशेषज्ञों से सलाह भी ली जा रही है। आवश्यक हुआ तो प्रजा आंदोलन की राह पकड़ी जाएगी।
पिछड़ा वर्ग के मुंह से निवाला छीनने का भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों पिछड़ा वर्ग के साथ खिलवाडड़ कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय से प्रश्न किया कि उन्हें कैसे पता चला है कि बीसी बिल में मुसलमानों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है जबकि कांग्रेस ने यह बात बताई ही नहीं है। उन्होंने कहा कि विभिन्न बहाने बनाकर बीसी बिल को रोक रही भाजपा को भविष्य में अवश्य बीसी वर्ग सबक सिखाएगा।
कविता ने कहा कि पिछले दिनों इंदिरा पार्क स्थित धरना चौक पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदर्शन किया, उसके बाद तेलंगाना जागृति ने धरना दिया, अब कांग्रेस पार्टी द्वारा दिल्ली में धरना दिया गया, जिसके चलते पिछड़ा वर्ग असमंजस में पड़ गया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के अस्तित्व, संसाधनों व संस्कृति की रक्षा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के दिखाए गए मार्ग पर तेलंगाना जागृति आगे बढ़ रही है।
राहुल गांधी की गैरहाज़िरी पर कविता का तंज
कविता ने प्रोफेसर जयशंकर को याद करते हुए कहा कि जीवनभर तेलंगाना के लिए लड़ते रहे, परंतु तेलंगाना का गठन नहीं देख पाए। उनके आदर्श हमेशा सभी को प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर जयशंकर सामाजिक तेलंगाना की इच्छा रखते थे। तेलंगाना गठन के बाद हर वर्ग को न्याय मिले, यह उनका संकल्प था। उनके विचारों को तेलंगाना जागृति साकार करने हर प्रयास करेगी। कविता ने राज्य के सभी 119 निर्वाचन क्षेत्रों में तेलंगाना जागृति की कमेटियों का गठन स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त तक करने की जानकारी दी।
राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर कांग्रेस के धरने में संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अनुपस्थित होने पर तंज कसते हुए कविता ने कहा कि पिछड़ा वर्ग के प्रति कांग्रेस का असली चेहरा उजागर हो गया है क्योंकि धरना कार्यक्रम में उपस्थित होने के बजाए राहुल गांधी केवल एक सोशल मीडिया पोस्ट करके चलते बने। यह कांग्रेस नेता का पिछडा वर्ग के साथ फिर से एक छलावा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बीसी वर्ग को दूसरी बार दिल्ली बुलाकर अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी दिल्ली में कांग्रेस के धरना कार्यक्रम में राहुल गांधी नहीं गए। अब दूसरी बार अनुपस्थिति दर्ज कराकर बीसी वर्ग का अपमान किया।
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