मुख्यमंत्री के तुगलकी निर्णय के कारण तेलंगाना की छवि धूमिल : हरीश राव
हैदराबाद, भारत राष्ट्र समिति (भारास) विधायक व पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को विजनलेस चीफ मिनिस्टर करार दिया और कहा कि तेलंगाना के हितों को ध्यान में रखकर केटीआर ने जिस दूरदृष्टि से फार्मूला ई कार रेस का आयोजन हैदराबाद में किया था, उसे अधर बीच रद्द करके मुख्यमंत्री के बिना सोचे समझे लिए गए तुगलकी निर्णय से तेलंगाना की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हुई है और सरकारी खजाने को प्रति वर्ष 6 से 7 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान भी हुआ है ।
भारास मुख्यालय तेलंगाना भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए विधायक टी. हरीश राव ने कहा कि भारास विधायक केटीआर पर रेवंत सरकार ने जो फर्जी केस दर्ज किया है उसे हाईकोर्ट ने संदिग्ध अपराध की श्रेणी में नहीं है मानकर गिरफ्तार करने से मना करके जो आदेश दिए हैं, यह उनकी पहले कदम पर ही नैतिक विजय है। इसके लिए बधाई। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठात्मक ई कार रेस के पहले चरण के आयोजन को विश्व के 192 देशों में करीब 50 करोड़ लोगों ने देखा जिससे विश्व पटल पर भारत विशेषकर तेलंगाना की छवि पेश हुई। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्था नेलसन की अध्ययन रिपोर्ट में भी ई कार रेस से तेलंगाना को 600 करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ होने की जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि दरअसल तेलंगाना की जनता से किए गए 420 वादे तथा 100 दिनों में गारंटियां पूरी करने के दिए आश्वासनों को 1 वर्ष के शासन में पूरा करने में रेवंत सरकार की हुई विफलताओं को लेकर सबूतों के साथ केटीआर पोल खोलते जा रहे हैं इसे बरदाश्त नहीं करके मुख्यमंत्री बदले की भावना से षडयंत्र के तहत केस दर्ज करके जेल भेजने के पूरे प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के भी केस में प्रवेश की खबर है। इससे साफ पता चल रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी मुद्दे पर रेवंत रेड्डी का पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस ने ई कार रेस पर विधानसभा में चर्चा की मांग की थी ताकि जनता के समक्ष सच्चाई सार्वजनिक हो।
उन्होंने कहा कि सभापति से भेंट करके भारास विधायकों ने सदन में चर्चा कराने की मांग करते हुए पत्र भी सौंपा लेकिन चर्चा से सरकार भाग खड़ी हुई। उन्होंने कहा कि विधानसभा में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सरासर झूठ कहा कि ई कार रेस से तेलंगाना को 600 करोड़ रुपये का नुकासन होने से बचा लिया गया है जो गलत है। उन्होंने कहा कि बीआरएस सदस्यों को सदन से बाहर करके मुख्यमंत्री ने ई कार रेस पर गलत बयानबाजी की। यदि भारास सदस्य सदन में मौजूद होते तो जवाब देते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाथ में संविधान की प्रति लेकर संविधान की रक्षा की दुहाई दे रहे हैं तो तेलंगाना में रेवंत सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व केसीआर शासन में टैंक बंड पर स्थापित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125 फीट ऊँची प्रतिमा को ताले में रख दिया गया है। उन्होंने फार्मूला ई रेस मामले में भ्रष्टाचार होने के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि एचएमडीए में 10 करोड़ रुपये से अधिक का निर्णय सरकार को लेना होता है और केटीआर खुद सरकार थे जो नागरिक प्रशासन मंत्री रहे हैं उन्होंने ही 55 करोड रूपए कंपनी को देने के आदेश दिए थे और सारा लेन देन राष्ट्रीय बैंक के जरिए किया गया था भ्रष्टाचार तो तब होता जब केटीआर के खाते में पैसा जमा होता या वस्तु के रूप में कुछ प्राप्त होता। उन्होंने कहा कि चाहे जितने केस दर्ज कर लिए जाएं बीआएस डरने वाली नहीं है आंदोलन करके तेलंगाना हासिल किया है तेलंगाना के हितों के लिए जनता के पक्ष में सरकार से प्रश्न करते रहेंगे न्याय दिलाने तक चुप नहीं बैठेंगे।