बार एण्ड रेस्टोरेंट पर फायरिंग की गुत्थी सुलझी
हैदराबाद, साइबराबाद की जीडिमेट्ला पुलिस ने सुरारम स्थित एलएन बार एण्ड रेस्टोरेंट के कर्मचारियों पर गत 28 अगस्त की रात को हुई फायरिंग की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस घटना के संबंध में एक महिला समेत 14 आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके पास से एक देशी पिस्तौल, 87 कारतूस, महिन्द्रा थार कार, बलेनो कार, स्कोडा कार और एक अवेन्जर मोटरसाइकिल ज़ब्त की गई है।
आज यहाँ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बालानगर ज़ोन के पुलिस उपायुक्त एन. कोठी रेड्डी ने बताया कि फायरिंग की घटना के संबंध में बाचुपल्ली निवासी व राजू कॉलोनी, बालानगर की रहने वाली चेबरोलू पूर्णिमा (35), मल्लमपेट, बाचुपल्ली निवासी ई. अजयचन्द्रा (21), चंदूरी गौतम (24), आईडीए बोलारम निवासी मो. सोहेल खान (23), सैमसन (23), नरेन्दर (20), शिवालयम कॉलोनी, बोलारम निवासी उज्ज्वल (23), मल्लमपेट निवासी पल्ले बुग्गप्पा (32), करन (18), जगापैक उर्फ जग्गू (19), अमित रंजन (34), शिवा मोहंती (33), मंदला श्रीकांत, मल्लमपेट निवासी व मूलत बिहार के रहने वाले समीर उर्फ शिव शंकर कुमार (27) और मल्लमपेट निवासी व नागरकर्नूल के रहने वाले रियल इस्टेट व्यापारी मंदला नरेश (32) को गिरफ़्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि गत 28 अगस्त की रात पूर्णिमा आरोपी अजय चंद्रा और गौतम के साथ मल्लमपेट से गाजुलारामारम अवेन्जर मोटरसाइकिल पर जा रही थी। रास्ते में देर रात 1.30 बजे एलएन बार एण्ड रेस्टोरेंट के पास मोटरसाइकिल का पेट्रोल ख़त्म हो गया। इस कारण गौतम ने मोटरसाइकिल रोककर बार एण्ड रेस्टोरेंट के सामने खड़ी एक मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाल रहा था। यह देखकर बार एण्ड रेस्टोरेंट के कैशियर अभिलेश ने आपत्ति जताई, जिस कारण दोनों के बीच झगड़ा हो गया। झगड़े की आवाज़ सुनकर बार के कर्मचारी बाहर निकलकर आए। इस कारण झगड़ा बढ़ गया। इस कारण घबराकर पूर्णिमा ने अपने दोस्त नरेश, शिवा आदि को बुलाया। नरेश शिवा के अलावा अन्य आरोपी थार कार और स्कोडा कार में बार एण्ड रेस्टोरेंट में पहुँच गए। इन लोगों के आने से मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान नरेश ने अपने दोस्त शिवा से पिस्तौल निकालकर फायर करने के लिए कहा। शिवा ने पिस्तौल निकालर पहले हवा में गोलियाँ चलाई, जिस कारण अभिलेश और बार का एक कर्मचारी निशांत वहाँ से भागने लगे। भाग रहे अभिलेश पर शिवा ने गोलियाँ चलाई, वहीं निशांत पर नरेश ने थार जीप चढ़ा दी। इस कारण निशांत घायल हो गया। इसके बाद वहाँ से जाते हुए अजयचंद्रा के जरिए नरेश ने बार एण्ड रेस्टोरेंट के कर्मचारियों के ख़िलाफ गौतम के साथ मारपीट करने की शिकायत की। दूसरे दिन सुबह 6 बजे अभिलेश ने थाने पहुँचकर फायरिंग किए जाने की शिकायत की। अभिलेश की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज़ कर छानबीन करने के बाद पहले पूर्णिमा, गौतम, अजयचंद्रा, सोहेल, सैमसन, नरेन्दर और उज्ज्वल को हिरासत में ले लिया। इसके बाद नरेश समेत अन्य आरोपियों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया।
जाँच करने पर पता चला कि नरेश ने रियल इस्टेट व्यापार के सिलसिले में कुछ माह पूर्व बिहार जाकर अपने दोस्त समीर और बुग्गप्पा के जरिए बिहार निवासी अमित के पास से 80 हज़ार रुपये में एक देशी पिस्तौल और 100 कारतूस खरीदे थे। पिस्तौल और कारतूस उसने अपने दोस्त श्रीकांत के पास छुपाकर रखे थे। बताया जा रहा है कि नरेश रियल इस्टेट के व्यापार में लोगों को पिस्तौल से डरा-धमकाकर भू-कब्ज़े कर रहा था। पुलिस ने पहले श्रीकांत के पास से 37 बुलेट और कुकटपल्ली में नरेश की स्कोडा कार से 50 बुलेट जब्त किए। सभी आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109, 303(2) और भारतीय हथियार अधिनियम की धारा 25(1)(ए) और 27 के तहत मामले दर्ज किए। सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।