त्रीमूर्तियों को रसायन का नोबेल पुरस्कार

स्टॉकहोम, रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार इस साल डेविड बेकर, डेमिस हस्साबिस और जॉन जंपर को प्रोटीन की संरचना का पूर्वानुमान लगाने और डिजाइन करने संबंधी कार्य के लिए प्रदान किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने बुधवार को उनके नाम की घोषणा की।

रसायन विज्ञान के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष हीनर लिन्के ने कहा कि इस पुरस्कार से उस अनुसंधान को सम्मानित किया जाएगा, जिसने अमीनो एसिड की श्रृंखला और प्रोटीन संरचना के बीच कड़ी जोड़ी है। उन्होंने कहा, रसायन विज्ञान में इसे दरअसल एक बड़ी चुनौती कहा जा रहा था और खासतौर पर जैव रसायन में दशकें से यह चुनौती बना हुआ था। इसलिए इस उपलब्धि को आज सम्मान के लिए चुना गया है। बेकर लिएटल में यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन में जबकि हस्साबिस और जंपर लंदन में गूगल डीपमाइंड संस्थान में काम करते हैं।

नोबेल समिति ने कहा कि 2003 में बेकर ने एक नया प्रोटीन डिजाइन किया था और तब से उनके अनुसंधान समूह ने एक के बाद एक कल्पनाशील प्रोटीन का निर्माण किया है, जिसमें ऐसे प्रोटीन शामिल हैं जिनका उपयोग फार्मास्यूटिकल्स, टीकें, नैनोमैटेरियल और छोटे सेंसर के रूप में किया जा सकता है। नोबेल समिति के प्रोफेसर जोहान एक्विस्ट ने कहा, उन्होंने जितने डिजाइन तैयार किए और प्रकाशित किए हैं, वे और उनकी विविधता वास्तव में शानदार है। ऐसा लगता है कि इस प्रौद्योगिकी से आप किसी भी प्रकार के प्रोटीन का निर्माण कर सकते हैं। समिति ने कहा कि हस्साबिस और जंपर ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता मॉडल तैयार किया जो लगभग उन सभी 20 करोड़ प्रोटीन की संरचना का पूर्वानुमान व्यक्त करने में सक्षम है जिनकी पहचान अनुसंधानकर्ताओं ने की है। (एपी)

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