जल विद्युत परियोजनाओं में अधिक हो उत्पादन : भट्टी
हैदराबाद, उप-मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने अधिकारियों को कृष्णा और गोदावरी नदी जलग्रहण क्षेत्रों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में दर्ज हो रही भारी वर्षा को ध्यान में रखते हुए जल विद्युत केंद्रों में अधिक बिजली का उत्पादन करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने आज सचिवालय में थर्मल व जल विद्युत उत्पादन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की।भट्टी ने कहा कि सभी जलाशय अब लगभग पूर्ण रूप से भरने के चलते जल विद्युत केंद्रों में अधिक से अधिक बिजली का उत्पादन करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश भी दिया कि थर्मल विद्युत केंद्रों में कम से कम 17 दिनों के बिजली उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला भंडार उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरतों के अनुरूप हम सभी को प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ काम करना होगा। लापरवाही और देरी के लिए कोई जगह नहीं है। बिजली क्षेत्र में काम करने का मतलब है लगातार लोगों के लिए काम करना। सभी स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों को यह याद रखना चाहिए कि बिजली विभाग चौबीस घंटे काम करने वाली आपातकालीन विभाग है। कर्मचारियों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि वे समाज को रोशनी देने वाले विभाग में कार्यरत है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि किसी भी समस्या को सुनने और उसके समाधान करने के लिए चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिजली उत्पादन में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने निर्धारित लक्ष्यों को परप्त कर आगे बढ़ने के लिए व्यापक योजना तैयार करने के निर्देश दिये। साथ ही विगत में श्रीशैलम और जूराला जल विद्युत उत्पादन केंद्रों में तकनीकी समस्याओं को लेकर समय पर निर्णय नहीं लेने से हुए नुकसान की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि अब ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सप्ताह में एक बार बिजली उत्पादन केंद्रों की स्थिति और उत्पादन के संबंध में रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया। बैठक में वित्त प्रधान सचिव संदीप कुमार सुल्तानिया, ट्रांसको व जेनको अधिकारियों ने भाग लिया।