मुत्यालम्मा मंदिर के पास रही शांति- मंदिर जाने से रोके गए श्रद्धालु, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
हैदराबाद, सिकंदराबाद के मोंडा मार्केट स्थित मुत्यालम्मा मंदिर को ध्वस्त किए जाने के विरोध में शनिवार को जमकर हुए हंगामे के बाद आज मंदिर के पास शांति देखी गई। पुलिस ने मंदिर को पूरी तरह से छावनी में तब्दील करने के साथ ही मुख्य पुजारियों के अलावा किसी को भी भीतर जाने की अनुमति नहीं दी। यहां तक कि स्थानीय श्रद्धालु को भी मंदिर के भीतर जाने से रोका गया। पुलिस द्वारा शनिवार की घटना से सबक लेते हुए मंदिर के पास लगभग 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इसके अलावा आज मंदिर के अतराफ का बाजार भी बंद था। पुलिस मंदिर जाने वाली सड़क पर वाहनों को भी जाने की अनुमति नहीं दे रही थी। प्रति रविवार को मंदिर में होने वाली विशेष पूजा में भाग लेने दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं को आज माता के दर्शन किए बिना ही लौटना पड़ा। इसके अलावा पुलिस मंदिर के निकट रहने वालों को आवश्यकता पड़ने पर ही बाहर आने की हिदायत भी देती रही।
हिंसा के मामले में 5 मामले दर्ज : डीसीपी
नॉर्थ जोन डीसीपी रश्मि पेरुमल ने मुत्यालम्मा मंदिर में माता की मूर्ति को ध्वस्त करने के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा से संबंधित 5 मामले दर्ज करने की जानकारी दी। डीसीपी ने स्पष्ट किया कि विरोध प्रदर्शन बिना अनुमति के चल रहा था, जिसमें 3 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे। पुलिस हिंसा फैलाने वालों की पहचान वीडियो के जरिये करने की कोशिश कर रही है। डीसीपी ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान असामाजिक तत्वों के हमले से लगभग 15 पुलिसकर्मी समेत अन्य नागरिक घायल हो गए। उन्होंने हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ मोंडा मार्केट पुलिस स्टेशन में 4, गोपालपुरम पुलिस स्टेशन में 1 मामला दर्ज करने की जानकारी दी। डीसीपी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा 2 आरटीसी बसों में तोड़फोड़, पुलिस पर हमला करने, मेट्रोपोलिस होटल (जहाँ मंदिर ध्वस्त करने वाले सलमान सलीम की ट्रेनिंग हुई) को तोड़ने का प्रयास किया गया। स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया। उल्लेखनीय है कि लाठीचार्ज के दौरान कई हिन्दू संगठन के नेताओं, श्रद्धालुओं को भी चोटें पहुंचीं, जिसमें से कई अभी भी उपचाराधीन हैं।
राजा सिंह ने पुलिस पर लगाया हिन्दू कार्यकर्ताओं को परेशान करने का आरोप
गोशामहल के विधायक टी. राजा सिंह ने पुलिस पर हिन्दू कार्यकर्ताओं के खिलाफ बेवजह मामले दर्ज कर परेशान करने का आरोप लगाया। हिन्दी मिलाप से बातचीत करते हुए विधायक राजा सिंह ने कहा कि मुत्यालम्मा मंदिर को ध्वस्त करने के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे विरोध-प्रदर्शन को पुलिस ने बेवजह लाठीचार्ज करते हुए भड़काया। अब पुलिस हिन्दू कार्यकर्ताओं को चिह्नित करते हुए मामले दर्ज कर रही है, क्या इसी तरह की कार्रवाई लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी होगी, क्या संविधान में पुलिस को जनता के साथ मारपीट करने का विशेष अधिकार मिला है? यदि नहीं तो संबंधित पुलिस अधिकारियों को तुरंत निलंबित कर मुकदमा चलाने की आवश्यकता है।
राजा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गृह मंत्रालय अपने अधीन रख लिया है, क्या वे इस गंभीर विषय पर अपना मुँह खोलेंगे, क्या सलमान के आका मुनव्वर जमा को मुंबई से घसीट कर हैदराबाद लाया जाएगा?, क्या मुनव्वर जमा समेत अन्यों को मेट्रोपोलिस होटल से भागने में मदद करने वालों पर कोई कार्रवाई होगी? विधायक ने कहा कि पुलिस के उकसाने की वजह से ही कल माहौल खराब हुआ। पुलिस घायलों का उपचार कराने के बजाय हिन्दू कार्यकर्ताओं को जबरन गांधी अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर उनका जीवन भी खतरे में डाल रही है।(अरविंद सिंह लोध)