हज़ार साल पुराने नंदी ने ध्यान खींचा
जोगुलम्बा गदवाल, उमा और महेश्वर (माता पार्वती एवं भगवान शिव) के साथ उकेरी गई नंदी की एक अनूठी मूर्ति ने गुरुवार को नई दिल्ली में एक प्रदर्शनी में सभी का ध्यान आकर्षित किया। प्रसिद्ध पुरातत्वविद् ई. शिवनगी रेड्डी ने भारतीय पौराणिक कथाओं और इतिहास में नंदी का सार : अन्वेषण विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आलमपुर से शिव और पार्वती की सवारी वाली अनूठी नंदी मूर्ति पर प्रस्तुति दी। इसका आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली द्वारा किया गया।
प्रस्तुति के दौरान उन्होंने बताया कि यह मूर्ति अद्वितीय है। पूरे भारतीय संदर्भ में अपनी तरह की अब तक की एकमात्र ऐसी मूर्ति है, जिसमें काले बेसाल्ट रंग के नंदी पर शिव और पार्वती को उकेरा गया है। शिवनगी रेड्डी ने कहा कि यह मूर्ति एक हजार साल पुराना 12वीं शताब्दी की हो सकती है।