तेलंगाना विधानसभा में बिना चर्चा के पारित किये गये तीन विधेयक
हैदराबाद, राज्य विधानसभा में आज विपक्षी दल भारास व भाजपा के विधायकों के भारी हंगामे के बीच तीन विधेयक बिना चर्चा के पारित किए गए। पारित किए गए विधेयकों में यंग इंडिया फिजिकल एजुकेशन एण्ड स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ तेलंगाना, तेलंगाना विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक-2024 और तेलंगाना गूड्स एण्ड सर्विस टैक्स संशोधन विधेयक शामिल हैं।
विधानसभा में आज प्रश्नकाल के पश्चात सदन की कार्यवाही को 12.55 बजे विराम दिया गया। इसके बाद 2.45 बजे सदन की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष जी. प्रसाद कुमार ने प्रारंभ की। सदन की कार्यवाही प्रारंभ कर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री की ओर से धर्मस्व मंत्री कोंडा सुरेखा को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी विधेयक पेश करने के लिए कहा। मंत्री द्वारा विधेयक पेश करने के दौरान भारास के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री केटीआर, हरीश राव, जगदीश्वर रेड्डी व अन्य विधायक लगचर्ला किसान मामले को लेकर चर्चा करवाने का आग्रह करते हुए नारेबाज़ी की।
नारेबाज़ी के बीच कोंडा सुरेखा ने विधेयक पेश किया। हंगामा करते हुए भारास विधायक पोड़ियम के पास आकर खड़े हो गए। धरना देते हुए भारास विधायकों ने प्ले कार्ड हाथ में पकड़कर नारेब़जी की। उसी समय भाजपा विधायक दल के नेता ए. माहेश्वर रेड्डी के नेतृत्व में भाजपा विधायक भी विरोध जताते हुए वेल में आ गए। महेश्वर रेड्डी ने पार्टी द्वारा दिए गए प्री-विलेज मोशन पर चर्चा करवाने की माँग। इसके साथ ही लगचर्ला किसान मामले पर भी चर्चा के लिए जोर दिया।
इस दौरान पेश किए गए विधेयक पर विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक एम.एस. राज ठाकुर को अपनी बात रखने के लिए कहा। हंगामे के बीच ही राज ठाकुर ने विधेयक का समर्थन करते हुए बताया कि पिछले 10 वर्ष के दौरान भारास सरकार ने न केवल खेलों की उपेक्षा की, बल्कि खेल मैदानों को शमशान बनाकर रख दिया। उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाई.एस. राजशेखर रेड्डी और वर्तमान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा ही राज्य में खेलों को प्रोत्साहन दिया गया। ग्रामीण क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं को उभारने के उद्देश्य से ही इस यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है। इस दौरान भारास विधायकों को शांत करने का प्रयास करते हुए आईटी व विधाई मामलों के मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने विधेयक पर चर्चा करने का आग्रह किया, लेकिन विपक्षी दल के विधायक शोर मचाते रहे। इसके बाद अपनी चर्चा जारी रखते हुए एम.एस. राज ठाकुर ने कहा कि पिछले 10 वर्ष पूर्व राज्य में 36 खेल अकादमियाँ कार्यरत थीं और आज भी इनकी संख्या 36 ही है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि भारास सरकार ने किस प्रकार खेलों की उपेक्षा की।
केवल एक विधायक द्वारा चर्चा करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के विधेयक को पारित कर दिया। इस दौरान श्रीधर बाबू ने उठकर कहा कि भारास किसानों की आड़ लेकर अपने राजनीतिक उद्देश्य को पूरा करने का प्रयास कर रही है। उन्हें किसानों के हित से कोई संबंध नहीं है।विधानसभा अध्यक्ष ने भी कई बार हंगामा कर रहे विपक्षी दल के विधायकों को अपनी सीट पर चले जाने और चर्चा में भाग लेने की अपील की, लेकिन विपक्षी दल के विधायक टस से मस नहीं हुए। यह देखते हुए पूर्व जागरूकता के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में मार्शलों को बुला लिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर मुख्यमंत्री की ओर से स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजनरसिम्हा ने दूसरा बिल तेलंगाना विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2024 पेश किया और इस विधेयक को भी बिना चर्चा के पारित कर दिया गया।
आईटी मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने सभा अध्यक्ष के आदेश पर तेलंगाना गूड्स एण्ड सर्विस टैक्स संशोधन विधेयक पेश किया और इस विधेयक को भी बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। इस प्रकार आज विधानसभा में चाय विराम के पश्चात भारी हंगामे के बीच तीन विधेयक पारित किए गए।