हैदराबाद के लिए तीन हजार इलेक्ट्रिक बसें, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रदूषण मुक्त शहर के लिए किया ऐलान

हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ऐलान किया कि अगले दो वर्षों में तीन हजार इलेक्ट्रिक बसें खरीदी कर हैदराबाद शहर को प्रदूषण से बचाएंगे। उन्होंने कहा कि पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप में भेजने की जिम्मेदारी परिवहन अधिकारियों पर है। इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद बढ़ाने की आवश्यकता है और इस बारे में जनता में जागरूकता पैदा करना भी जिम्मेदारी भी अधिकारियों पर है। उन्होंने अधिकारियों को हैदराबाद शहर में इलेक्ट्रिक ऑटो चलाने के लिए प्रोत्साहन देने की योजना बनाने का आदेश दिया। हैदराबाद को प्रदूषण मुक्त शहर बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है। हैदराबाद को विश्व शहर के रूप में खड़ा करने हेतु अगर जरूरत पड़ी तो कुछ कड़े निर्णय भी लेने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि गोदावरी नदी का पानी मोड़कर मूसी नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा।

रेवंत रेड्डी ने आज यहां एचएमडीए मैदान में प्रजा पालना – प्रजा विजयोत्सवों के अतंर्गत परिवहन विभाग के तत्वावधान में आयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। अवसर पर लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन करने के बाद उन्होंने परिवहन विभाग के नये लोगो का अनावरण किया। तत्पश्चात उन्होंने परिवहन विभाग और तेलंगाना आरटीसी की उपलब्धियों पर ब्रोशर जारी किया। उन्होंने स्क्रैपिंग नीति प्रमाणन पत्र तथा मृत आरटीसी कर्मचारियों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति पत्रों का वितरण भी किया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रजा पालना का एक वर्ष पूरा होने के संदर्भ में परिवहन विभाग के कर्मचारियों की उपलब्धियों को याद करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छह गारंटियों के अंतर्गत आरटीसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा पिछले 9 दिसंबर को ही लागू की गयी। महिलाओं के लिए लागू की गयी इस सुविधा से आरटीसी पुनर्जीवित हुआ। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो आरटीसी श्रमिकों के जीवन में प्रकाश लाया है। तेलंगाना हासिल करने में आरटीसी श्रमिकों की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। चाहे केसीआर जो पहले मुख्यमंत्री थे या मैं जो आज मुख्यमंत्री हूं, हमें जिम्मेदारी से परिवहन कर्मचारियों की आकांक्षाओं का सम्मान करना होगा, लेकिन अतीत में आरटीसी कर्मी मरने पर भी कोई देखने नहीं आये। हमारी सरकार आज गंभीर मुद्दों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। पिछले 11 महीने और 20 दिन में 115 करोड़ महिलाओं ने मुफ्त बस यात्रा की सुविधा का लाभ उठाया। इससे हर महिला को प्रत्येक महीने में 5 से 7 हजार की बचत हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि गरीबों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर आदि योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर रहे हैं। इन योजनाओं से एक परिवार को हर महीने 10 हजार का लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने खेती का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रजा पालना के पहले वर्ष में प्रदेश के 25 लाख 35 हजार किसान परिवारों का 21 करोड़ रुपये का फसल ऋण माफ किया गया। बारीक धान की खेती करने वाले वालों को प्रति क्विंटल पर समर्थन मूल्य के साथ 500 रुपये का बोनस भी दे रहे हैं। तेलंगाना ने आज 1 करोड़ 53 लाख मीट्रिक टन धान उगाकर देश में रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में मोटा चावल खाने की स्थिति नहीं है, इसलिए किसानों को बारीक धान उगाना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकारी छात्रावासों और पाठशालाओं में मध्याह्न भोजन में बारीक चावल ही परोसा जाएगा। इसी प्रकार राशन दुकानों में भी बारीक चावल देने जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने बच्चों को इस मिट्टी में पैदा होने वाली फसलें ही परोसी जायेंगी। इस मौके पर उन्होंने यह शपथ ली कि चावल रीसाइक्लिंग माफिया को कुचल देंगे।

रेवंत ने पिछली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वो लोग अधिसूचना जारी कर भाग गये, तो हमनें अदालतों में मामले सुलझा कर पहले वर्ष में ही 55,143 सरकारी पदों पर नियुक्तियां की। उन्होंने सवाल किया कि क्या देश के किसी भी राज्य में एक ही वर्ष में 55 हजार नौकरियां देने का इतिहास है? जिस लक्ष्य के लिए शहीदों ने अपने प्राणों की आहूति दी थी, उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमनें पहले वर्ष में 55 हजार नौकरियां देने का काम किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर इस आंकड़े में एक अभ्यर्थी भी कम हुआ, तो वे माफी मांगने को तैयार हैं। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर, जीएचएमसी महापौर विजयलक्ष्मी समेत सांसदों, विधायकों, सरकारी सलाहकारों, निगमों के अध्यक्षों व उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।(डीवी भीमाशंकर)

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