हाइब्रिड मॉडल नहीं स्वीकारने पर पीसीबी को अल्टीमेटम: आईसीसी

नई दिल्ली/दुबई, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अड़ियल रुख पर कड़ा रवैया अपनाते हुए कहा है कि वह या तो हाइब्रिड मॉडल अपनाए या फिर इस प्रतियोगिता से बाहर होने के लिए तैयार रहे।

पीसीबी ने शुक्रवार को दुबई में आईसीसी कार्यकारी बोर्ड की आपात बैक में हाइब्रिड मॉडल के अनुसार प्रतियोगिता की मेजबानी करने से स्पष्ट इनकार कर दिया था। आपात बैक का उद्देश्य अगले साल फरवरी-मार्च में कार्यक्रम की रूपरेखा तय करना था, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के कारण भारत के पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार करने के बावजूद पीसीबी ने एक बार फिर हाइब्रिड मॉडल को खारिज कर दिया, जिसके बाद आम सहमति नहीं बन सकी।

यह समझा जाता है कि आईसीसी बोर्ड के अधिकतर सदस्य पाकिस्तान की स्थिति के प्रति सहानुभूति रखते थे, लेकिन पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी को फिर भी मौजूदा विवाद के लिए हाइब्रिड मॉडल को एकमात्र समाधान के तौर पर स्वीकार करने की सलाह दी गई।

यदि हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाता है, तो भारत चैम्पियंस ट्रॉफी के अपने में संयुक्त अरब अमीरात में खेलेगा। आईसीसी बोर्ड के एक सूत्र ने कहा कि कोई भी प्रसारणकर्ता आईसीसी की ऐसी किसी भी प्रतियोगिता के लिए पैसा नहीं देगा, जिसमें भारत शामिल न हो। पाकिस्तान इस बात को अच्छी तरह से जानता है। पाकिस्तान के हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होने के बाद ही शनिवार को आईसीसी की बैक होगी।

उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करता है, तो चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन एक अन्य देश में किया जा सकता है और उसमें पाकिस्तान शामिल नहीं होगा। इससे पहले कार्यकारी बोर्ड की बैक संक्षिप्त रही, क्येंकि पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने स्पष्ट किया कि भारतीय टीम को पाकिस्तान दौरे के लिए अपनी सरकार से मंजूरी नहीं मिलने के बावजूद उन्हें हाइब्रिड मॉडल मंजूर नहीं है। आईसीसी के पूर्णकालिक सदस्य देश के अधिकारी और बोर्ड के सदस्य ने पीटीआई से कहा कि कार्यकारी बोर्ड की आज संक्षिप्त बैक हुई। सभी पक्ष 2025 में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के सकारात्मक समाधान के लिए काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि बोर्ड शनिवार को फिर से बैक करेगा और समाधान निकलने तक इसे जारी रखेगा। इस बीच दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के रुख को दोहराया कि भारतीय टीम सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान की यात्रा नही कर सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से जब नियमित संवाददाता सम्मेलन में भारतीय टीम के चैम्पियंस ट्रॉफी में भाग लेने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि वहाँ सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं हैं और इसलिए यह संभावना नही है कि टीम वहाँ जाएगी। नकवी ने बैक में व्यक्तिगत रूप से भाग लिया, क्येंकि वह पाकिस्तान का पक्ष रखने के लिए गुरुवार से दुबई में डटे हुए हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह बैक में ऑनलाइन सम्मिलित हुए। शाह एक दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभालेंगे। हाइब्रिड मॉडल को एकमात्र समाधान के रूप में देखा जा रहा है और अगर टूर्नामेंट को स्थगित किया जाता है, तो पीसीबी को 60 लाख डॉलर के मेजबानी शुल्क और गेट राजस्व से हाथ धोना पड़ेगा।

इससे पीसीबी के वार्षिक राजस्व में भी भारी कटौती हो सकती है, जो लगभग 350 लाख डॉलर है। अगर हाइब्रिड मॉडल नही अपनाया जाता है, तो आईसीसी को भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है, क्येंकि आधिकारिक प्रसारक स्टार भी विश्व की सर्वेच्च क्रिकेट संस्था के साथ अपने अरबों डॉलर के करार को लेकर बात कर सकता है। इस प्रतियोगिता का आयोजन 19 फरवरी से नौ मार्च के बीच ही आयोजित किया जा सकता है, क्येंकि इसके बाद भाग लेने वाले देशों को अपनी अपनी श्रृंखलाओं में खेलना है।(भाषा)

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