उत्तम ने की इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के प्रतिनिधियों से भेंट
हैदराबाद, तेलंगाना सरकार सिंचाई क्षेत्र पर वित्तीय बोझ कम करने के लिए वर्तमान उच्च लागत वाले अल्पावधि त्रण को कम लागत वाले, दीर्घकालिक, आसान त्रणों में बदलने पर विचार कर रही है। राज्य अल्पावधि त्रणों की उच्च लागत से जूझ रहा है, जिससे राज्य के खजाने पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। सरकार का लक्ष्य दीर्घावधि त्रणों का विकल्प चुनकर ईएमआई भुगतान बोझ को कम करना और ब्याज लागत को कम करना है। आज सिंचाई मंत्री ने एशियन इफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक से सिंचाई त्रणों पर पांच साल के स्थगन का आग्रह किया।
जल सौधा में सिंचाई एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के प्रतिनिधियों संगमा किम एवं राजेश यादव से मुलाकात की। उनके साथ सिंचाई विभाग के मुख्य अधिकारियों के अलावा सिंचाई विभाग के सलाहकार आदित्यनाथ दास, सचिव राहुल बोज्जा, विशेष सचिव प्रशांत जीवन पाटिल, मुख्य अभियंता अनिल कुमार, नागेन्द्र राव एवं उप मुख्य अभियंता श्रीनिवास आदि उपस्थित थे।
उत्तम ने एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के प्रतिनिधियों से राज्य की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए अल्पावधि त्रण को दीर्घकालीन ऋण में बदलने का आग्रह किया। साथ ही ब्याज दर को लचीला बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में लंबित सिंचाई परियोजनाओं को जल्द पूरा किया जा सकेगा। मंत्री ने परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के लिए अल्पावधि त्रण को कम लागत वाले, दीर्घकालिक, आसान त्रणों में परिवर्तित करने का आग्रह किया। उत्तम ने अधिकारियों को आदेश दिया कि इस ऋण से पिछड़े इलाकों खासकर फ्लोराइड ग्रस्त इलाकों जैसे मुलुगू, महबूबनगर और नलगोंडा में लंबित परियोजनाओं को जल्द पूरा करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दिंडी, पालमूरू-रंगारेड्डी में लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में दीर्घकालीन ऋण काफी फायदेमंद साबित होंगे। दीर्घकालीन ऋण से राज्य में सिंचाई परियोजना का विकास तेजी से होगा।