विकाराबाद ज़िलाधीश व राजस्व अधिकारियों पर हमला, फार्मा विलेज के लिए भू-अधिग्रहण पर राय जानने पहुँची थी टीम

हैदराबाद, तेलंगाना के विकाराबाद ज़िलाधीश प्रतीक जैन, उप-ज़िलाधीश लिंगय्या नायक व राजस्व अधिकारियों पर आज फार्मा विलेज के लिए भू-अधिग्रहण पर किसानों की राय जानने के दौरान हमला किया गया। इस मामले की जाँच-पड़ताल कर रहे मल्टीजोन-2 के पुलिस महानिरीक्षक वी. सत्यनारायण ने बताया कि आज सुबह ज़िलाधीश प्रतीक जैन, लिंगय्या नायक व राजस्व अधिकारी फार्मा विलेज के लिए टीजीआईआईसी के तहत भूमि अधिग्रहण पर किसानों की राय जानने के लिए ज़िले के लगीचर्ला गाँव गए हुए थे।

सुबह 11 से दोपहर 12.20 बजे तक राय जानने के लिए ज़िलाधीश समेत राजस्व अधिकारी किसानों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान उसी गाँव में रहने वाले एम. सुरेश ने आकर ज़िलाधीश से कहा कि दो किलोमीटर दूरी पर टेंट आदि डालकर स्थानीय लोग अपनी राय देने के लिए तैयार हैं और उसने वहाँ चलने का ज़िलाधीश से आग्रह किया। ज़िलाधीश आग्रह को स्वीकार कर अपने काफिले के साथ दो किलोमीटर दूर वहाँ पहुँच गए। लगभग 12.30 बजे पहुँचने के बाद ज़िलाधीश के कार से उतरते ही लगभग 150 से 200 लोगों ने नारेबाजी कर विरोध जताया और कलेक्टर गो बैक के नारे लगाए। ज़िलाधीश कार से उतरकर लोगों के पास जाकर उनसे बातचीत करने का प्रयास कर रहे थे, तभी 15-20 उपद्रवियों ने अचानक हमला कर दिया और ज़िलाधीश के साथ धक्का-मुक्की की। इस दौरान अचानक उपद्रवियों ने पत्थर बरसाए, जिस कारण काफिले की दो कारें क्षतिग्रस्त हो गई। डीएसपी श्रीनिवास रेड्डी ने जैसे-तैसे ज़िलाधीश व अन्य अधिकारियों को उनकी कार तक पहुँचाया, लेकिन तब तक स्वयं डीएसपी, लिंगय्या नायक और अन्य कुछ राजस्व अधिकारी घायल हो गए।

कुछ ही देर में ज़िलाधीश सहित राजस्व अधिकारियों को वहाँ से सुरक्षित भेज दिया गया। वी. सत्यनारायण ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की जाँच-पड़ताल करवाई जा रही है और इसके लिए तीन विशेष अधिकारियों को जाँच पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस हमले में कड़ा चेयरमैन वेंकट रेड्डी भी घायल हो गए। उन्होंने कहा कि यह हमला सुनियोजित था और इस हमले के पीछे मुख्य सूत्रधार कौन है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। वीडियो फुटेज के आधार पर 15 हमलावरों की पहचान कर ली गई है और इस बात का भी पता चल गया कि इस हमले में 100 से 120 लोग शामिल है। पहचाने गए 15 हमलावरों के फोन के सीडीआर के माध्यम से इस बात का पता लगाया जा रहा है कि किन लोगों ने हमले के लिए हमलावरों को उकसाया है। घटना के संबंध में वर्तमान समय तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और पहचाने गए 15 लोगों को आज रात हिरासत में ले लिया जाएगा। इधर इस हमले को लेकर ज़िलाधीश कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने ज़िलाधीश प्रांगण में धरना देकर कड़ा विरोध जताया और हमले से बचकर कार्यालय पहुँचे ज़िलाधीश प्रतीक जैन ने धरना दे रहे अधिकारियों व कर्मचारियों को समझा-बुझाकर उन्हें उनके काम पर वापस भेज दिया।

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