नागपुर, महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर हुए प्रदर्शन से दो गुटों में झड़प हो गई। दोनों ओर से भारी पथराव किया गया और कई जगहों पर आगजनी की गई। इसके कारण नागपुर में तनाव फैल गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को कंट्रोल किया और आंसू गैस के गोले दागे और कई लोगों को हिरासत में लिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुगल बादशाह औरंगजेब का महिमामंडन करने वालों की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें देशद्रोही कहा। उन्होंने कहा कि औरंगजेब महाराष्ट्र को नष्ट करने के इरादे से आया था, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज एक दिव्य शक्ति थे जिन्होंने उसके अत्याचार का विरोध किया। नागपुर पुलिस ने प्रोहिबिट्री ऑर्डर इश्यू किया है. पुलिस ने अब तक 40 से 50 लोगों को हिरासत में लिया है।
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नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर बढ़ी सुरक्षा और हिंसा
सीसीटीवी और वीडियो के आधार पर जिन लोगों ने हिंसा को अंजाम दिया, उनको पुलिस हिरासत में ले रही है। देवेन्द्र फडणवीस ने नागपुर के महल इलाके में दो समूहों के बीच झड़प पर कहा कि नागपुर की घटना निंदनीय है। पुलिस पर पत्थर फेंके गए, ये सही नहीं है। मैं खुद पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हूँ। मैंने पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए सभी कदम उठाएँ। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नागपुर शांत और सुंदर शहर है। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की दक्षिणपंथी संगठनों की धमकी के बीच आसपास के इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने आगंतुकों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है और पर्यटकों से पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा कब्र हटाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद पुलिस ने खुल्दाबाद शहर के प्रवेश द्वार से लेकर समाधि स्थल तक के मार्ग पर कई सुरक्षा चौकियां स्थापित की हैं।(एजेंसियाँ)
