जल बोर्ड का विशेष अभियान विस्तारित : अशोक रेड्डी
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हैदराबाद, हैदराबाद महानगरीय पेयजलापूर्ति एवं जल निकास द्वारा सीवरेज ओवरफ्लो फ्री सिटी-हैदराबाद और पिट के निर्माण हेतु चलाये गये 90 दिवसीय विशेष अभियान के पूर्ण होने और उसके अच्छे परिणाम के चलते इसे 90 दिन और बढ़ाने का निर्णय लिया गया। आज यहाँ जल बोर्ड के प्रबंध निदेशक अशोक रेड्डी ने बताया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, परिवहन, बीसी कल्याण विभाग, हैदराबाद जिला प्रभारी मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने अभियान की शुरुआत की थी। तबसे लेकर आज तक जल बोर्ड द्वारा शहर के कई हिस्सों में डी-सिल्टिंग का काम लगातार किया जा रहा है। परिणामस्वरूप अब तक अभियान के माध्यम से 17,050 क्षेत्रों में 2,200 किमी लंबी सीवरेज पाइपलाइन और 1.75 लाख मेनहोलों से गाद निकाली गयी।
इस विशेष अभियान के परिणामस्वरूप दैनिक सीवरेज शिकायतों में 30 प्रतिशत की कमी आई। अभियान की सफलता पर सीएम रेवंत रेड्डी ने जल बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। बिना किसी अतिरिक्त लागत के दीर्घकालिक समस्याओं को हल करने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होने कहा कि 90 दिनों में अच्छे नतीजे आने के कारण इस अभियान को 90 दिन और बढ़ाने का आदेश दिया गया है।
साथ ही यह सुझाव दिया गया कि आने वाले दिनों में भी यही गति जारी रखी जानी चाहिए। बाकी पाइपलाइनों और मेनहोलों में गाद निकालने का काम किया जाए। आगामी बरसात के मौसम तक सीवरेज पाइपलाइन और मेनहोल कचरे से मुक्त होने चाहिए। अशोक रेड्डी ने कहा कि सीएम रेवंत रेड्डी के आदेश पर यह विशेष अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि यह सभी के सामूहिक प्रयासों से संभव हुआ।
इस अभियान पर सीएम से सराहना मिलना सुखद है। आने वाले दिनों में हम और अधिक क्षमता के साथ कार्य करेंगे। अशोक रेड्डी ने कहा कि जलबोर्ड द्वारा दिन-प्रतिदिन की निगरानी के लिए डैशबोर्ड स्थापित किया गया, ताकि अभियान के कार्य की दैनिक आधार पर निगरानी की जा सके। एमसीसी पर प्राप्त सीवरेज ओवरफ्लो, प्रदूषित पानी, सड़कों पर गाद आदि की शिकायतों को जीपीएस के आधार पर गूगल मैप पर दर्ज किया गया। यह पंजीकरण प्रत्येक क्षेत्र में प्राप्त शिकायतों की संख्या और मानचित्र पर बुलबुले के रूप में उनका कितनी बार समाधान किया गया है, इस विवरण को दिखाएगा। प्राप्त शिकायतों की संख्या के अनुसार बबल का आकार बदलने की व्यवस्था की गई। यह समस्या की गंभीरता के आधार पर उसका समाधान करता है। इसके अलावा डैशबोर्ड को अब तक साफ की गई पाइप लाइनों की लंबाई, मेनहोल की संख्या, फोटो सहित अपलोड करने के लिए भी डिजाइन किया गया। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में गाद ढोने वाले वाहन चल रहे हैं, वहाँ जीपीएस की मदद उपलब्ध करायी गयी है। इसे कहीं भी नई पाइपलाइनों के निर्माण के प्रस्ताव को पंजीकृत करने के लिए डिजाइन किया गया है। सभी प्रकार की रिपोर्ट तैयार कर उनका विश्लेषण करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इस विशेष अभियान को लागू करने के लिए पिछले तीन वर्षों में प्राप्त सीवरेज शिकायतों का विश्लेषण किया गया।
मुख्य रूप से उपभोक्ताओं के घरों में चोकिंग और सड़कों पर सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या को चिह्नित किया गया। चूँकि 60 प्रतिशत शिकायतें प्रतिदिन प्राप्त होती हैं, इसलिए उन पर ध्यान केंद्रित कर उनका समाधान किया जाता है। आगामी 90 दिनों की विशेष ड्राइव के अंतर्गत और अधिक उत्साह से कार्य कर लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा।