केसीआर ने नक्सलवादियों पर क्यों प्रतिबंध लगाये रखा : भाजपा

हैदराबाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नक्सलवाद को समाप्त करने के उद्देश्य से तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के जंगलों में चलाए जा रहे ऑपरेशन कगार को रोकने तथा नक्सलवादियों के साथ चर्चा करने की केंद्र सरकार से पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा की गई मांग पर बरसी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केसीआर की आलोचना करते हुए प्रश्न किया कि 10 सालों तक सत्ता में रहे केसीआर को तब नक्सलवादियों पर लगे प्रतिबंध को हटाने का ख्याल क्यों नहीं आया।

भापजा मुख्यायल श्यामाप्रसाद मुखर्जी भवन में प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ. कासम वेंकटेश्वरुलू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जब केसीआर मुख्यमंत्री थे तो नक्सलवादियों पर से प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया था बताएँ, जो अब नक्सलियों के झंडाबरदार बन रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा नक्सलवादी समस्या को सामाजिकि समस्या करार दिए जाने पर भी आलोचना की।

उन्होंने कहा कि बीआरएस और कांग्रेस सत्ता में होने पर अलग और विपक्ष में होने पर अलग बयान देते हैं। जब तक केसीआर सत्ता में थे, तब नक्सलवाद पर प्रतिबंध लगाए रखा और अब सत्तारूढ़ कांग्रेस को नक्सलवाद की समस्या समाजिक लगने लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष में रहे या सत्ता में, एक ही नीति रहती है – कानून व्यवस्था बनाए रखना और जनता की सुरक्षा करना।

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तेलंगाना गठन में सुषमा स्वराज की भूमिका और केसीआर की आलोचना

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के विभाजन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहे केसीआर को पता होना चाहिए कि यदि तेलंगाना चिन्नम्मा सुषमा स्वराज नहीं होतीं, तो क्या तेलंगाना का गठन संभव था। उन्होंने कहा कि आत्मबलिदान दे रहे तेलंगाना के मासूमों में भरोसा जगाकर तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाने में सुषमा स्वराज की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कारण ही तेलंगाना में 1600 मासूमों ने प्राणों का बलिदान दे दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने 3 राज्यों का गठन किया, लेकिन कहीं खून की बूंद तक नहीं टपकी थी क्योंकि सभी को मनाकर भरोसे में लेकर राज्यों का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में भाजपा का दिन ब दिन बढ़ता कद कांग्रेस और बीआरएस को बर्दाश्त नहीं हो रहा है।

भाजपा नेता ने आगे कहा कि यदि भाजपा या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अनाप शनाप बयानबाजी की गई, तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने भारास की रजतोत्सव जनसभा को पिता (केसीआर) और पुत्र (केटीआर) की सत्ता भूख की पराकाष्ठा बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव हारने के बाद अब तक भी केसीआर का अहंकार समाप्त नहीं हुआ है, यह उनके भाषण से साफ हो गया। अवसर पर भाजपा सचिव डॉ. प्रकाश रेड्डी उपस्थित थे।

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