सिकंदराबाद स्थित तेरापंथ भवन में मंत्र दीक्षा एवं वीतराग पथ पर कार्यशाला

हैदराबाद, सिकंदराबाद स्थित तेरापंथ भवन में तेरापंथ युवक परिषद, हैदराबाद द्वारा डॉ. गवेषणाश्री आदि ठाणा-4 के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा एवं वीतराग पथ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। राजेन्द्र बोथरा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, नवकार महामंत्र के मंगल पाठ से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक शुभम बैद ने सर्वप्रथम भिक्षु प्रज्ञा मंडली को विजय गीत का संगान करने का निवेदन किया। तेरापंथ सभा, सिकंदराबाद अध्यक्ष सुशील संचेती द्वारा श्रावक-श्राविकाओं के साथ श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया गया।

तेरापंथ युवक परिषद, हैदराबाद अध्यक्ष अभिनंदन नाहटा एवं नवमनोनीत अध्यक्ष राहुल गोलेच्छा द्वारा सभी का स्वागत किया गया। अभिनंदन नाहटा ने अर्जुन और श्रीकृष्ण के एक प्रसंग के आधार पर जीवन में सफलता पाने के सूत्र को बताते हुए मंत्र दीक्षा का महत्व बताया। मंत्र दीक्षा व वीतराग पथ कार्यशाला अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद, हैदराबाद द्वारा आयोजित की गयी। ज्ञानशाला की प्रक्षिशिकाओं और ज्ञानार्थियों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियाँ दी गयीं।

यह भी पढ़ें… संसार सागर से तिराने आया है चातुर्मास : डॉ. सुमंगलप्रभाजी

Ad

मंत्र दीक्षा से बच्चों में संयम संस्कारों का संचार

साध्वी मेरुप्रभाजी और दक्षप्रभाजी ने गीत का संगान किया। साध्वी मयंकप्रभाजी ने जीवन में अनुशासन की महता को बताते हुए बच्चों को सदसंस्कार पर चलने और अभिभावकों को उन्हें ज्ञानशाला में भेजने का आह्वान किया गया। डॉ. गवेषणाश्री ने तेयुप हैदराबाद द्वारा सेवा संस्कार संगठन के त्रिआयामी उद्देश्यों पर किए जा रहे विविध प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मंत्र दीक्षा बहुत ही सुंदर संस्कार बीजारोपण का उपक्रम है, जो ज्ञानशाला के सहयोग से प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी तेरापंथ युवक परिषद आयोजित कर रहा है।

साध्वी डॉ. गवेषणाश्री ने बच्चो को मंत्र दीक्षा के एक-एक नियमों को समझाते हुए सभी को मंत्र दीक्षा दिलाई। म.सा. ने कहा कि ज्ञानार्थी बच्चे संयम पथ पर चलकर आपने आत्मा का कल्याण कर सकते हैं। राहुल गोलेच्छा द्वारा साध्वीश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर श्रावक-श्राविकाओं का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में संयोजक रविप्रकाश कोटेचा की अहम भूमिका रही। अवसर पर पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीपत बैद, श्रवण कोठारी, प्रवीण श्यामसुखा और सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।

Exit mobile version