जमीन और पानी पर रहने वाला जीव ऊदबिलाव
(रोचक जानकारी)
ऊदबिलाव सानी वर्ग के मांसाहारी गण के मुस्टेलिडी कुल का प्राणी है। इसका वैज्ञानिक नाम लुट्रा पर्स्पिसिलेटा है। यह भारत में हिमालय से कन्याकुमारी तक पाया जाता है। इसी तरह ब्रह्मदेश, इंडोचायना और मलाया में भी यह पाया जाता है। ऊदबिलाव के शरीर की लंबाई 65 से 75से.मी तक होती है। इसकी पूंछ की लंबाई 40 से 45 से.मी तक होती है। इसके शरीर का वजन 7 से 11 कि.ग्राम तक होता है। इसके पूरे शरीर पर रोएंदार मुलायम बाल होते हैं।

वैसे तो ऊदबिलाव नदी, तालाब, दलदल के आसपास रहना पसंद करता है लेकिन यह खुले प्रदेशों में जैसे रेगिस्तानी इलाकों में भी रह लेता है, ऊदबिलाव पानी में बहुत अच्छी तरह तैर सकता है। जब यह पानी में होता है तब बहुत ही कुशलता से अपने शिकार को पकड़ता है। एक बार अगर मछली पर इसकी नजर पड़ जाए तो यह उसे तुरंत झपट लेता है।
यह भी पढ़े: तरह-तरह के होते हैं बंदर
इसी तरह जब यह मध्य भारत के खुले जंगलों में होता है तब जमीन पर रेंगनेवाले जीवों का शिकार करके अपना पेट भरता है। पानी और जमीन दोनों जगह पर यह रह सकता है और अपने भोजन का संतुलन बनाए रखता है। लेकिन ज्यादातर इसे पानी के आसपास रहना ही पसंद है।

ऊदबिलाव के गर्भावधि और गर्भकाल के बारे में ज्यादा जानकारियां उपलब्ध नहीं है। ऊदबिलाव की एक और जाति पायी जाती है जिसका वैज्ञानिक नाम लुट्रा-लुट्रा है। भारत में यह जाति कश्मीर, हिमालय पर्वत, असम और दक्षिण भारत में पायी जाती है। मछली, कीड़े, मकोड़े, छिपकली, ऊदबिलाव का मुख्य भोजन है।
-सूरज सिंह राठौड़
अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।




