जीएचएमसी विलय पर भाजपा का विरोध, कमिश्नर को ज्ञापन
हैदराबाद, जीएचएमसी में नए नगर पालिका और डिवीजनों के विलय के निर्णय के खिलाफ भाजपा नेताओं ने जोरदार विरोध जताते हुए जीएचएमसी के आयुक्त आर.वी. कर्णन को ज्ञापन सौंपा।
आज सुबह पूर्व मंत्री मर्री शशिधर रेड्डी, पूर्व मंत्री कृष्ण यादव, पूर्व विधायक चिंताला रामचंद्र राव, प्रदेश महासचिव गौतम राव, पूर्व मेयर बंडा कार्तिका रेड्डी और पूर्व डिप्टी मेयर सुभाष चंद्र, पूर्व विधायक चिंताला रामचंद्र राव, जीएचएमसी डिप्टी फ्लोर लीडर और मंसूराबाद के पार्षद कोप्पुला नरसिम्हा रेड्डी, गोलकोंडा भाजपा अध्यक्ष उमा महेंद्र, गनफाउंड्री की पार्षद डॉ. सुरेखा ओमप्रकाश के नेतृत्व में आयुक्त से मुलाकात की और विलय और डिवीजनों के बढ़ाए जाने के फैसले के खिलाफ पत्र सौंपा। इस दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री मर्री शशिधर रेड्डी ने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद का क्षेत्रफल पहले 650 किलोमीटर था, जिसे अचानक 2000 किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया।

बिना जनता की राय लिए कांग्रेस सरकार ने रातों-रात विलय और डिवीजनों के विस्तार का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आयुक्त की ओर से यह कहा गया कि केंद्र सरकार को वार्ड सेंसस देना है, जिसके लिए ये कार्रवाई की गई। शशिधर रेड्डी ने नए डिवीजनों के लिए वार्ड मैप, जनसंख्या और मतदाता संबंधी विवरण तुरंत जारी करने की मांग की।
पूर्व विधायक चिंताला रामचंद्र राव ने कहा कि सरकार ने मजलिस पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए नए वार्ड और डिवीजनों का निर्माण किया गया। लोगों पर टैक्स लगाने और डिवीजनों के विभाजन के बारे में सरकार को जनता की दुविधाओं को दूर करने का आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 17 दिसंबर तक इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट जीएचएमसी आयुक्त, प्रदेश सरकार को सौंपी जाएगी।
कम आबादी वाले क्षेत्रों में बढ़ाए डिवीजन, घनी आबादी की अनदेखी
कोप्पुला नरसिंहम्मा रेड्डी ने कहा कि कम जनसंख्या वाले इलाकों में अत्यधिक डिवीजनों की संख्या बढ़ाई गई, जबकि अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में डिवीजनों को घटाया गया। यह जनता के लिए अन्याय है। उन्होंने आरोप लगाया कि विलय का निर्णय निरंकुश और बिना सूचना के रातों-रात लिया गया। उन्होंने कहा कि पुराने बस्ती में मजलिस पार्टी के इशारों पर डिवीजनों को रूप दिया गया, जबकि सीमांत क्षेत्रों में समान डिवीजन नहीं किया गया, जिससे जनता के हितों की अनदेखी हुई।

कोप्पुला नरसिंहम्मा रेड्डी ने पंचायत कार्यालयों में जनता की राय लेने के लिए पर्याप्त समय और संसाधन, वार्ड मैप, जनसंख्या तथा मतदाता डेटा तुरंत सार्वजनिक करने की भी मांग की। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुराने शहर के कुछ इलाकों में 10-20 हजार मतदाताओं के लिए एक डिवीजन बनाया गया, जबकि शहरी और बढ़ते हुए इलाकों में लाखों की जनसंख्या के बावजूद केवल एक-एक डिवीजन ही बनाया गया।
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