रोबोटिक सर्जरी में अपोलो हॉस्पिटल्स की डॉ. रूमा सिन्हा ने बनाया राष्ट्रीय रिकॉर्ड
हैदराबाद, अपोलो हॉस्पिटल्स, जुबली हिल्स की स्री रोग सर्जन और रोबोटिक सर्जरी की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रूमा सिन्हा ने 1000 से ज़्यादा रोबोटिक गायनोकोलॉजिकल सर्जरी करने वाली भारत की सबसे पहली सर्जन का रिकॉर्ड अपने नाम किया। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अपोलो हॉस्पिटल्स जुबली हिल्स ने गर्व के साथ एक ऐतिहासिक चिकित्सा मील का पत्थर घोषित किया है।
स्री रोग और रोबोटिक सर्जरी में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रूमा सिन्हा ने सौम्य स्री रोग संबंधी स्थितियों के लिए 1,000 से ज़्यादा रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं, जिससे वे इस क्षेत्र में भारत की सबसे ज़्यादा सर्जरी करने वाली एकल सर्जन बन गई हैं। अपोलो हॉस्पिटल्स की जटिल फाइब्रॉएड और उन्नत एंडोमेट्रियोसिस के उपचार में विशेषज्ञता रखने वाली डॉ. सिन्हा रोबोटिक गायनोकोलॉजिकल सर्जरी क्षेत्र की विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सर्जन हैं। यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत शल्य चिकित्सा की उपलब्धि है, बल्कि भारत में स्री रोगों की चिकित्सा में एक परिवर्तनकारी छलांग भी है।
अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी ने कहा कि यह उपलब्धि भारत में रोबोटिक सर्जरी क्षेत्र में अपोलो की प्रमुख स्थिति को रेखांकित करती है। उन्होंने बताया कि डॉ. रूमा सिन्हा की यात्रा इस बात का उदाहरण है कि कैसे तकनीक और सहानुभूति महिलाओं के स्वास्थ्य को बदलने के लिए एक साथ आ सकती है।
यह भी पढ़ें… निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर सम्पन्न
रोबोटिक सर्जरी: स्त्री रोग में क्रांति और सुरक्षा
अपोलो हॉस्पिटल्स, तेलंगाना क्षेत्र के सीईओ तेजस्वी राव ने कहा कि अपोलो जुबली हिल्स पथöप्रदर्शक तकनीकों को अपनाने में मानक को उच्चा उठा रहा है। अवसर पर डॉ. रूमा सिन्हा ने कहा कि भारत में प्रजनन आयु की अनुमानित 25ö50 प्रतिशत महिलाएं फाइब्रॉएड से पीड़ित हैं, जबकि 10 प्रतिशत तक एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित हैं। ऐसी स्थितियाँ अक्सर बांझपन, क्रोनिक पैल्विक दर्द और बार-बार सर्जरी का कारण बनती हैं।
पारंपरिक ओपन सर्जरी में बहुत ज़्यादा जोखिम होता है, जिसमें रिकवरी का लंबा समय और प्रजनन क्षमता में कमी शामिल है। सुरक्षित, सटीक-आधारित और प्रजनन क्षमता को बनाए रखने वाले समाधानों की तत्काल आवश्यकता को समझते हुए स्री रोग संबंधी देखभाल में क्रांति लाने के लिए रोबोटिक सर्जरी को अपनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी उन्नत एंडोमेट्रियोसिस, बड़े या कई फाइब्रॉएड, पिछली कई सर्जरी और मोटापे की स्थिति में विशेष लाभ प्रदान करती है, जहाँ पारंपरिक सर्जरी में ज़्यादा जोखिम होता है। इसका उपयोग गर्भाशय कैंसर के उपचार में भी तेजी से किया जा रहा है, जहाँ रोबोटिक तकनीक अधिक सटीकता और सुरक्षा प्रदान करती है।
अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।



