1000 करोड़ की स्टार्टअप निधि, गूगल फॉर स्टार्टअप हब उद्घाटित

हैदराबाद, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने स्टार्टअप संस्थापकों से आग्रह किया कि वे सरकार द्वारा जल्द ही शुरू किए जा रहे 1,000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप फंड का पूर्ण उपयोग करें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 2034 तक हैदराबाद की कम से कम 100 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न और कम से कम 10 सुपर यूनिकॉर्न बनेंगे।

मुख्यमंत्री ने टी-हब में गूगल फ़ॉर स्टार्टअप्स (जीएफएस) हब का उद्घाटन किया। अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत में यह अपनी तरह का पहला हब गूगल ने स्थापित किया है। गूगल इस हब के माध्यम से तेलंगाना की क्षेत्रीय स्टार्टअप्स को सहयोग देगा, जिसमें चयनित एआई-प्रथम स्टार्टअप्स को एक वर्ष तक निशुल्क समर्पित कोवर्किंग सीटें तथा विशेष रूप से चुने गए वेंचर निवेशकों के नेटवर्क तक पहुँच प्रदान की जाएगी।

हैदराबाद को यूनिकॉर्न्स का वैश्विक केंद्र बनाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि हैदराबाद सिर्फ स्टार्टअप्स का ही नहीं, बल्कि यूनिकॉर्न्स का भी वैश्विक केंद्र बने। उनकी कामना है कि 2034 तक हैदराबाद की कम से कम 100 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बनने चाहिए। गूगल फ़ॉर स्टार्टअप्स हब के शुभारंभ के साथ सरकार और गूगल मिलकर स्टार्टअप्स के लिए मजबूत समर्थन पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राइजिंग समिट में भविष्य का विजन पेश किया गया।

सरकार का लक्ष्य 2034 तक 1 ट्रिलियन डॉलर और 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है। स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न बनाने का लक्ष्य इसी व्यापक विज़न का हिस्सा है। सीएम ने कहा कि हैदराबाद की सॉफ्टवेयर सेवाओं, फार्मा और लाइफ साइंसेज़ से जुड़ी कंपनियों ने पिछले 25 वर्षों में अद्भुत वृद्धि की है। यह स्टार्टअप्स के लिए प्रेरक उदाहरण हैं। स्टार्टअप सफलता के लिए टीमवर्क और कड़ी मेहनत अत्यंत महत्वपूर्ण है।

स्टार्टअप्स फुटबॉल की तरह हैं, जिस तरह फुटबॉल में मेहनत, अभ्यास और टीमवर्क जरूरी है और अंत में जीत मायने रखती है, उसी तरह स्टार्टअप्स के साथ भी यही बात लागू होती है। उन्होंने स्टार्टअप संस्थापकों से आग्रह किया कि वे सरकार द्वारा तैयार किए जा रहे 1,000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप फ़ंड का लाभ उठाएँ।

यह भी पढ़ें… तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट में 5.39 लाख करोड़ के जम्बो निवेश करार

सरकार नवाचार इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने की तैयारी में

उद्योग एवं आईटी मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने इस अवसर पर कहा कि सरकार अपने नवाचार इकोसिस्टम का और विस्तार कर रही है। एक ऐसा तंत्र जो न केवल स्टार्टअप्स को उत्कृष्ट तकनीकी उत्पाद बनाने में सक्षम बनाएगा, बल्कि उनकी संपूर्ण नवाचार क्षमता को भी मजबूत करेगा। संस्थापकों और नवोदित तकनीकी उद्यमियों को उपकरण, मेंटरशिप, बाज़ार पहुँच कार्यक्रम और सहयोगात्मक मंच उपलब्ध करवाए जाएंगे।

गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर प्रीति लोबाना ने कहा कि गूगल स्टार्टअप संस्थापकों को उन उपकरणों, तकनीकों और मेंटरशिप से सशक्त बनाएगा, जिनकी उन्हें विस्तार के लिए आवश्यकता होती है। नई पीढ़ी के भारतीय संस्थापक एआई का उपयोग करते हुए वास्तविक समस्याओं का समाधान कर सकेंगे और भारत तथा विश्व के लिए ज़िम्मेदारीपूर्वक डीप-टेक समाधान विकसित कर सकेंगे।

गूगल का यह हब तेलंगाना के विस्तृत इनक्यूबेशन और इनोवेशन इकोसिस्टम का हिस्सा बनने वाला अपनी तरह का पहला केंद्र है। यहाँ स्टार्टअप्स को उनकी यात्रा के हर चरण में समर्थन प्रदान किया जाएगा। इस केंद्र में उद्यमियों को भौतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेंटरशिप, एआई विशेषज्ञता और अंतरराष्ट्रीय दृश्यता सहित विभिन्न सुविधाएँ मिलेंगी। समारोह में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव बी. अजीत रेड्डी, विशेष मुख्य सचिव संजय कुमार, उप सचिव भावेश मिश्रा तथा गूगल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button