
मुंबई, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप का खिताब जीत लिया। मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ पूरे देश में जश्न का माहौल है, वहीं नगर में भी लोगों ने पटाखे फोड़कर, मिठाइयां बांटकर और तिरंगा लहराकर टीम इंडिया की जीत का जश्न मनाया।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और 298 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। शैफाली वर्मा ने 87 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जबकि दीप्ति शर्मा ने शानदार अर्धशतक (52 रन) जड़ते हुए पारी को संभाला। मंधाना और ऋचा घोष ने भी उपयोगी योगदान देकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी। दीप्ति शर्मा ने गेंद से भी कहर बरपाया और 5 अहम विकेट लेकर मैच का रुख पूरी तरह भारत की ओर मोड़ दिया। उनके अलावा रेनुका ठाकुर और पूनम यादव ने भी शानदार प्रदर्शन किया। मैच का सबसे यादगार पल तब आया जब दीप्ति की घूमती गेंद पर कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बेहतरीन कैच पकड़कर दक्षिण अफ्रीका की आखिरी उम्मीद को भी खत्म कर दिया। पूरा स्टेडियम तालियों की गूंज से झूम उठा और दर्शकों की आंखों में खुशी के आंसू थे।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री, खेल मंत्री और देशभर के क्रिकेट प्रेमियों ने टीम को बधाई दी। नगर में युवाओं ने सड़कों पर उतरकर तिरंगा लहराया, डीजे की धुनों पर नाचे और मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के सपनों की जीत है। इस उपलब्धि ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है और देशभर की बेटियों के लिए प्रेरणा बन गई है।
