बेकार वस्तुएं भी कितनी लाभदायक होती हैं, इन चीजों की जानकारी आमतौर पर गृहणियों को नहीं होती। गृहणियां बची हुई कुछ चीजों को बेकार समझकर कूड़े में फेंक देती हैं। यहां पर हम ऐसी ही कुछ फालतू लगने वाली चीजों की जानकारी दे रहे हैं जो ज़रा-सी मेहनत से हमारे बड़े काम आती हैं।
- घर में पनीर बनाएँ तो बचे पानी को फेंकें नहीं। तरीदार सब्ज़ी या दाल में डालें या आटा गूंथने में प्रयोग लाएँ या पनीर के पानी से बाल धो लें। बालों को विटामिन तो मिलेंगे ही, साथ ही चमक भी आयेगी।
- आटे का चोकर न फेंकें। हलवा बनाते समय थोड़ा-सा चोकर डाल दें। हलवा स्वादिष्ट बनेगा। चोकर में हल्दी व दूध डालकर उबटन बना सकती हैं।
- चावल का मांड न फेंकें। इसमें काफी पोषक तत्व होते हैं। बढ़ते बच्चों को नमक या चीनी डालकर दें। यह पौष्टिक होता है। मांड को कलफ के रूप में भी प्रयोग कर सकती हैं। यह दाल, सब्ज़ी में भी डाला जा सकता है।
- बादाम के छिलके फेंकें नहीं, जलाकर राख बना लें। उसमें लौंग व सेंधा नमक पीसकर मिला लें। इससे दांत साफ करें। दांत चमक उठेंगे व दुर्गंध गायब हो जायेगी।
सब्ज़ियों और रसोई के बचाए गए हिस्सों का उपयोग करें
- आलू उबालने के बाद पानी फेंक दिया जाता है। इस गरम पानी से चिकने बर्तन साफ करें या सर्फ डालकर सिंक को साफ करें। आलू के पानी से चांदी के जेवर भी चमक उठेंगे।
- चाय की पत्ती फेंकें नहीं। धोकर साफ करें तथा पानी में उबालकर इससे बाल धोएं। बाल काले व चमकदार हो जाएंगे। चाय की पत्ती को धोकर पौधों में डालें। खाद का काम करेगी।
- झाइयों के लिए संतरे के छिलकों को सुखाकर पाउडर बना लें। एक चम्मच पाउडर में 5-6 बूंदें नींबू का रस, कुछ बूंदें तुलसी के पत्तों का रस व एक चम्मच शहद मिलाएँ। 10 मिनट चेहरे पर लगाकर धो लें। झाइयों को दूर करने का यह एक सरल और कारगर उपाय है।
- नींबू के छिलके भी बहुत उपयोगी होते हैं। सुखाकर पीस लें। एक चम्मच पाउडर में थोड़ा दूध, चुटकी भर हल्दी मिलाकर सांवली त्वचा पर लगाएँ। त्वचा कान्तिमय हो उठेगी। नींबू के छिलकों को सुखाकर, जलाकर और पीसकर टूथपेस्ट बना लें। मुंह की दुर्गन्ध दूर करने के लिए यह एक नायाब तरीका है।
- सब्ज़ियों के छिलकों को भी न फेंकें। महीन कतर कर तेल में छौंक लें। हल्दी, मिर्च, नमक डालकर चुरचुरा कर लें। दाल चावल के साथ खाएं। लौकी, तुरई, परवल, कद्दू की सब्ज़ी इसी तरह बनाएं, खाएं खिलाएं। बचत के साथ पौष्टिकता भी मिलेगी।
-कर्मवीर अनुरागी
